रायपुर। रायपुर जिले सहित प्रदेश भर में आज 1 दिसम्बर से सहकारी समितियों के धान खरीदी केन्द्र के माध्यम से धान खरीदी का कार्य शुरू हो गया. धान खरीदी के साथ ही कम गुणवत्ता के धान और अव्यवस्था पाए जाने पर दो प्रबंधकों को निलंबित कर दिया गया है. खाद्य सचिव डाॅ कमलप्रीत और रायपुर जिले के कलेक्टर डाॅ एस भारतीदासन ने आरंग विकासखंड के अनेक धान खरीदी केन्द्रों का आकस्मिक रूप से निरीक्षण कर उपलब्ध व्यवस्थाओं का अवलोकन किया.
इन केन्द्रों में किसानों को पूर्व में दिए गए टोकन के माध्यम से धान खरीदी का कार्य प्रारंभ किया गया। धान खरीदी का कार्य 15 फरवरी 2020 तक जारी रहेगा। इसी तरह आज से मक्का खरीदी का कार्य भी इन केन्द्रों में प्रारंभ हो गया है, जो 31 मई 2020 तक जारी रहेगा।
सचिव एवं कलेक्टर ने मंदिर हसौद और फिर उसके बाद खुटेरी, रीवा, मोखला, और आरंग मंडी में बनाये गए धान खरीदी केन्द्रों का अवलोकन किया। इन केन्द्रों में अधिकारियों और समिति के पदाधिकारियों ने बताया की उनके समिति में नया और पुराना बारदाना उपलब्ध है। किसानों द्वारा अपने बारदानें में धान लाकर ढेर लगाया जाता है और उसके बाद समिति द्वारा दिए गए बारदाने में 40-40 किलों धान भर कर भारत सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य पर विक्रय किया जाता है। उन्होंने बताया कि इसके पूर्व किसानों द्वारा लाए गए धान सेम्पल की आर्द्रता नापी जाती है जो 17 प्रतिशत से कम होनी चाहिए। समिति के आर्द्रतामापी यंत्र और कांटा तौल का वेरिफिकेशन हो चुका है। समितियों में पर्याप्त संख्या में हम्माल रखे गए है। मोटा धान और पतला धान सहित आई आर 36 और एच एम टी धान रखने के लिए अलग चबूतरे बनाए गए है, जिन्हें नये और पुराने बारदाने में भरा जा रहा है।
सचिव एवं कलेक्टर ने इस अवसर पर स्वयं भी आर्द्रतामापी यंत्र से धान की आर्द्रता नापी और अपने सामने धान की तुलवाई की। किसानों ने तौल और आर्द्रतामापी के प्रति संतोष व्यक्त किया। कलेक्टर ने समिति प्रबंधकों और पटवारी आदि से यह सुनिश्चित करने को कहा कि केवल किसानों के धान को खरीदें। उन्होंने कहा ऐसे किसान जिन्होने अपनी जमीन को परती छोडा है, या अन्य फसल या सब्जी आदि लगाया है, उनसे धान नही लें। कलेक्टर ने हिदायत दी कि किसानों से निर्धारित एफ ए क्यू के अनुसार साफ सुथरा धान लें। खरीदा हुआ धान हर हालत में उसी दिन बारदाने में भरवा लें।
आकस्मिक अवलोकन के दौरान धान खरीदी केन्द्र मोखला में वहां के समिति प्रबंधक रामानंद चंद्राकर द्वारा विक्रय हेतु लाए गए स्वयं के धान कि गुणवत्ता सही नहीं होने तथा उसमें निर्धारित मात्रा से अधिक धूल -कंकड आदि अधिक होने के कारण तथा कृषि उपज मंडी आरंग प्रांगण में बनाए गए धान खरीदी केन्द्र में प्रबंधक संतोष साहू द्वारा बारदाना संबंधी नियमों का पालन नहीं करने और अव्यवस्था के कारण सचिव एवं कलेक्टर ने नाराजगी व्यक्त की और उन्हें हटाने के निर्देश दिए। रामानंद चंद्राकर का धान भी जब्त किया गया। उप पंजीयक सहकारिता एन आर के चंन्द्रवंशी ने इन दोनों प्रबंधकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
अवलोकन के अवसर पर अनुविभागीय दण्डाधिकारी विनायक शर्मा ,खाद्य नियंत्रक अनुराग भदोरिया, जिला सहकारी बैंक रायपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एस.के. जोशी भी उपस्थित थे। रायपुर जिले में 82 समितियों के 126 धान खरीदी केन्द्रों के माध्यम से खरीदी का कार्य किया जा रहा है।