
इंडिया रिपोर्टर लाइव
जशपुर. छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में दहेज के लालच में दूल्हे पक्ष के लोगों ने इंसानियत की सारी हदें पार कर दीं. जशपुर में वरमाला के बाद दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर दूल्हे पक्ष के लोग बिना दुल्हन लिए वापिस लौट गए. दुल्हन दूल्हे का मंडप में इंतजार करती रही, लेकिन दूल्हा बारात लेकर वापस घर लौट गया. दुल्हन पक्ष का आरोप है कि लड़के पक्षवाले दहेज ना देने पर विवाद करते हुए शादी समारोह को अधूरा छोड़कर चले गए. इस मामले में लड़की पक्ष के लोगों ने लोदाम थाने में शिकायत दर्ज कराई है. वहीं लड़के पक्ष ने भी सिटी कोतवाली में आवेदन दिया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
दरअसल, मामला झारखण्ड सीमा पर स्थित लोदाम गांव का है, जहां सोमवार को तपकरा से एक बारात आई थी. शादी में बारातियों ने जमकर डांस किया और दोनों ही पक्षों ने हंसी खुशी वरमाला का कार्यक्रम सम्पन्न किया. दोनों वर – वधू ने एक दूसरे को जयमाला भी पहनाई. इसके बाद बारात वापस जनमासा चली गई. कुछ घंटे बाद जब दुल्हन पक्ष के लोग आगे के कार्यक्रम के लिए दूल्हे पक्ष के लोगों को बुलाने गए तभी दूल्हे और उसके परिजनों ने दस लाख रुपये या कार की मांग की.
लड़की के परिजनों ने की पुलिस से शिकायत
अचानक से बड़ी दहेज की मांग सुनकर दुल्हन पक्ष के लोग परेशान हो गए, क्योंकि दुल्हन पक्ष ने 7 लाख नगद और तीन पिकअप भरकर लाखों का सामान पहले ही तिलक कार्यक्रम में दे दिया था. उसके बाद अचानक से इस तरह की मांग से दुल्हन पक्ष के लोगों ने इतनी बड़ी पूरी करने में असमर्थता जताई. इसके बाद दूल्हे के पिता ने शादी के बाद उनकी मांगें पूरी करने का प्रस्ताव रखा जिस पर दुल्हन के पिता ने शादी में जमा पूंजी 20 लाख रुपये खर्च कर बेटी के हाथ पीले करने की बात कही.