
इंडिया रिपोर्टर लाइव
बिलासपुर 09 जनवरी 2022। गत दिवस एनएफआईटीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. दीपक जायसवाल ने एसईसीएल के हसदेव क्षेत्र के दौर पर, मजदूरों ने संगठन से गुहार लगाई की अगर एसईसीएल प्रबंधन अपनी मजदूर वीरोधी नीति और लगातार अनुचित श्रम अभ्यास से बाज नहीं आया और इसी तरह कानून को नजरंदाज कर अपनी मनमनी करते रहे तो दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की जाए।
एनएफआईटीयू के राष्ट्रीय सचिव विराट जायसवाल ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में श्रमिको से अपील की है कि कोई भी श्रमिक कानून अपने हाथो में न ले। दोशी प्रबंधन के अधिकारियो के खिलाफ कानून का सहारा ले कर, कड़ी से कडी व्याक्तिगत रूप से कार्यवाही की जाएगी। दिनाँक 06.01.2022 को (एन.एफ.आई.टी.यू) से सम्बधित यूनियन-राष्ट्रीय काँलरी मजदूर काँग्रेस के द्वारा एस.ई.सी.एल. के ठेका श्रमिकों की न्यूनतम वेतन, सामाजिक सुरक्षा एवं छत्तीसगढ़ व जबलपुर हाईर्कोट द्वारा ठेका श्रमिकों के आर्वाड को क्रियान्वयन ना करने एवं आश्रितो को नियोजन ना देने, मेडिकल अनफिट अविलम्ब चालू कराने एवं अन्य समस्याओ को लेकर आमसभा का आयोजन किया गया एवं एस.ई.सी.एल. प्रबंधन के समक्ष ज्ञापन दिया गया किन्तु दुर्भाग्यवश एस.ई.सी.एल. प्रबंधन ने श्रमिकों की समस्या को लेकर ना कोई रूचि लिया ना ही ज्ञापन स्वीकार करने की जहमत उठाई। तत्पश्चात संगठन द्वारा प्रबंधन के समक्ष जबरन जा कर ज्ञापन दिया गया। आर.सी.एम.सी. के राष्ट्रीय महामंत्री एवं एन.एफ.आई.टी.यू. के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ दीपक जायसवाल जी के प्रवास में पहुँचे अपने सम्बोधन में श्रमिकों से कहा कि एस.ई.सी.एल. पिछले 3 तीन सालो से भारत में 150 मिलियन टन कोयला का उत्पादन कर अग्रणी स्थान पर है लेकिन जब मजदूरों का हक देने की बात आती है तो उनके खिलाफ अदालतो में मुकदमा लडने में करोडो रुपये खर्च कर उच्च न्यायलय से लेकर सर्वोच्च न्यायालय तक अपीलो का सिलसिला बनाये रखती है। श्री जायसवाल जी ने कहा कि एस.ई.सी.एल. केन्द्र सरकार की स्वामित्व वाली कंपनी हैं एवं पैसे की कोई कमी नहीं है फिर भी जनता के पैसो का दुरुपयोग कर अपिलीय प्रक्रिया का नाजायज फायदा लेते हुए मजदूरो के हक व अधिकारो का हनन कर रही है। वाद व अपीलो पर एस.ई.सी.एल. प्रतिवर्ष करोडो रुपये खर्च कर रही है। पिछले 06 वर्षों में अपीलो पर दोगुने से तीन गुने तक बढने वाले खर्च का कोई जिम्मेवार नहीं है। मजदूर कर्कोट का चक्कर लगाते हुए बिना न्याय प्राप्त किये मर रहे हैं। (एस.ई.सी.एल.) सी.एम.डी. व महाप्रबंधक ना उच्च न्यायलय के आदेशो का पालन करती हैं ना सर्वोच्च न्यायालय का आदेश का पालन कर रही है।
एस.ई.सी.एल. द्वारा ठेका श्रमिकों की समस्याओं को निराकरण नही करने, उनके मौलिक एवं सामाजिक अधिकार ना देने, न्यायालय के आदेशो को लागू ना करने एवं लेटीगेशन कर नियम, कानून के विरुद्ध अपील कर ठेका श्रमिकों को शोषण करते आ रहे हैं। केन्द्र सरकार के आदेशानुसार 01.01.2017 से सेवानिवृत्ति हुए कोयला कर्मचारियों को भी कोयला अधिकारियों की तरह ग्रैजुएटी दिया जाये।अध्यक्ष ने प्रबन्धन को आगाह करते हुए कहा कि संगठन की श्रमहितो की माँगो को अगर निराकरण नहीं किया गया तो आगे संगठन उग्र आन्दोलन करेगी। उक्त कार्यक्रम में राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपक जायसवाल जी, आर.सी.ऍम.सी अध्यक्ष केंद्रीय ईश्वर सिंह चंदेल, हसदेव क्षेत्र के अध्यक्ष सी.एल. वर्मा, हसदेव क्षेत्र के महामंत्री अहमद हुसैन, हसदेव क्षेत्र के सचिव सनोज कुमार बेहेरा जी, कमल वैश्य जी, चिरिमिरी के महासचिव सपन चौधरी, सौरभ चौधरी एवं सैकड़ों की संख्या में मजदूर साथी उपस्थित रह कर कार्यक्रम को सफल बनाया।