इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 25 जनवरी 2022। एयर इंडिया का टाटा संस को हैंडओवर गणतंत्र दिवस के बाद किसी भी दिन किया जा सकता है। पिछले साल अक्टूबर में बोली लगाने के बाद टाटा संस एक बार फिर एयर इंडिया का संचालन करेगा। इसी बीच एयरलाइन के पायलटों ने अपने मैनेजमेंट को पत्र लिखकर अपने बकाया राशि में हुई कटौती में सुधार की मांग की है। पायलटों ने लंबित बकाया राशि के भुगतान की मांग की और उनकी पहले से भुगतान की गई राशि से की गई कटौती और एरियर की भी मांग की है। दरअसल, एयर इंडिया को टाटा को आधिकारिक रूप से सौंपे जाने से ठीक पहले एयरलाइन के पायलटों ने यह मांग की है। 24 जनवरी को लिखे पत्र में पायलटों ने कहा कि हम इस बात की सराहना करते हैं कि कंपनी लंबे समय से बकाया निपटाने का प्रयास कर रही है, लेकिन हम इस प्रक्रिया को किए जा रहे गैर-पेशेवर तरीके से निराश हैं। हमारे कई सदस्य पायलटों के बकाया विवरण में कई कटौतियों का अनुमान लगाया गया है। हम इसका कड़ा विरोध करते हैं।
पायलटों ने कहा कि संबंधित पायलटों को उनकी भुगतान की गई राशि को काटने के बजाय वसूली के कारणों के साथ सूचित किया जाना चाहिए था। उन्होंने यह भी बताया कि विवरण प्रदान नहीं किया गया था, जिसके कारण उन्हें गणना की गई राशि का भुगतान किया गया था। जिस डेटा पर रिकवरी आधारित है, उसका खुलासा नहीं किया गया है। यह हैंडओवर की पूर्व संध्या पर मैनेजमेंट की गलत मंशा को साबित करता है।
उन्होंने यह भी कहा कि वसूली की यह कवायद पूरी तरह से अवैध है और हम मांग करते हैं कि इन कमियों को दूर किया जाए और बकाया राशि का भुगतान तत्काल प्रभाव से किया जाए। दरअसल, एयर इंडिया के कर्मचारियों को भेजे गए एक आंतरिक संदेश के बाद यह आया कि आगे की प्रक्रिया के लिए समापन बैलेंस शीट कल दिन के अंत तक जमा की जानी थी। संदेश के अनुसार, बैलेंस शीट को तब समीक्षा के लिए टाटा संस को भेजा जाना था और एयरलाइन का लक्ष्य टैलेस प्राइवेट को अंतिम रूप देना है। पायलटों ने पत्र में चेतावनी दी कि अगर इस मुद्दे को समय पर सुलझाया नहीं गया तो हमारे पास कानूनी सहारा लेने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा। इससे नए खरीदार पर हैंडओवर के बाद अनावश्यक बोझ पड़ेगा। एयरबस यूनियनों (इंडियन कमर्शियल पायलट्स गिल्ड) और बोइंग (इंडियन पायलट गिल्ड) दोनों के एयर इंडिया पायलटों ने सोमवार देर रात अपने पत्र में मामले को हल करने का आग्रह किया है।
इससे पहले अधिकारियों ने कहा कि कंपनी के कर्माचारियों को भेजे गए एक इनटर्नल मैसेज में उन्हें क्लोजिंग बैलेंस शीट को सोमवार तक जमा करने की बात कही गई है। इसके बाद बैलेंस शीट को समीक्षा के लिस टाटा संस को भेजान जाना है। ऐसे में उम्मीद है कि गुरुवार तक एयरलाइन को उसके नए मालिक को सौंप दिया जाएगा। 20 जनवरी तक की क्लोजिंग बैलेंस शीट 24 जनवरी को उपलब्ध कराई जानी है ताकि टाटा द्वारा इसकी समीक्षा की जा सके और अगर कोई बदलाव है तो उसे बुधवार तक किया जा सके। बता दें कि टाटा ग्रुप में आजादी से पहले साल 1932 में टाटा एयरलाइंस के रूप में इसकी स्थापना की थी। इसके बाद 1953 में इसका राष्ट्रीयकरण किया गया। एक अधिकारी ने बताया कि उन्हें 26 जनवरी को भी काम करना पड़ सकता है ताकि गुरुवार को हैंडओवर किया जा सके। एयर इंडिया के प्रवक्ता ने इस पूरे मामले पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।