इंडिया रिपोर्टर लाइव
जम्मू 28 फरवरी 2022। चिनैनी के देवाल ब्रिज के पास समरोली इलाके में भारी भूस्खलन के बाद सोमवार को जम्मू श्रीनगर हाईवे यातायात के लिए बंद हो गया। इससे पहले रविवार को कड़ी मशक्कत के बाद शाम चार बजे इसे खोला गया था। रामसू और बनिहाल समेत हाईवे पर जगह-जगह यातायात जाम लग गया है। उधमपुर और रामबन में सैकड़ों की संख्या में वाहनों को रोककर रखा गया है। फोरलेन राजमार्ग का निर्माण कर रही कंपनी को राजमार्ग को खोलने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।
अधिकारियों के अनुसार राजमार्ग खुलने पर केवल यात्री वाहनों को ही चलने की अनुमति दी जाएगी। इसके बाद ट्रकों को छोड़ा जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग पर हर रोज यातायात प्रभावित हो रहा है। शनिवार शाम करीब सात बजे 16 घंटे के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग को खोलने में कामयाबी मिली थी। पुलिस ने पहले रामबन में दोनों तरफ फंसे वाहनों को घाटी और जम्मू की तरफ जाने की अनुमति दी थी। इसके बाद उधमपुर में रोके गए यात्री वाहनों को घाटी जाने की अनुमति दी गई थी। लेकिन ट्रकों को पुलिस ने उधमपुर में ही रोक कर रखा।
रामबन के मगरकोट में पस्सियां गिरने से बंद हुआ था राजमार्ग
ट्रकों के चालकों ने उम्मीद जताई थी कि रविवार सुबह उनको घाटी जाने की अनुमति दे दी जाएगी। लेकिन शनिवार देर रात करीब दो बजे रामबन के मगरकोट में पस्सियां गिरने पर एक बार फिर से राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया। इसके बंद होने से फिर से रामबन में दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई और उधमपुर से भी वाहनों के घाटी की तरफ जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया। उधमपुर में रोके गए वाहनों की कतार बढ़ती ही चली गई और सुबह दस बजे तक सैकड़ों की संख्या में वाहनों को उधमपुर के विभिन्न हिस्सों में रोक दिया गया था।
जखैनी में यातायात बाधित होने से चालकों समेत स्थानीय निवासी भी परेशान
जखैनी इलाके में वाहनों की संख्या बढ़ने पर जाम की स्थिति बनी हुई है और इससे स्थानीय निवासियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। निर्माण कंपनी के मशीनरी की मदद से कड़ी मशक्कत के बाद रविवार शाम करीब चार बजे राजमार्ग खोला। राजमार्ग के खुलने के बाद पुलिस ने सबसे पहले रामबन में दोनों तरफ फंसे वाहनों को घाटी और जम्मू की तरफ रवाना किया। इनके बाद उधमपुर में रोके गए यात्री वाहनों को भी घाटी की तरफ जाने की अनुमति दे दी गई। लेकिन ट्रकों को पुलिस ने शाम तक घाटी जाने की अनुमति नहीं दी। ट्रक चालकों का कहना था कि कई दिनों से रोके जाने के कारण उनकी परेशानी बढ़ती ही जा रही है।