इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 14 दिसंबर 2023। मझगांव डॉकयार्ड्स लिमिटेड ने रक्षा मंत्रालय की एक निविदा में रुचि दिखाई है। दरअसल, मंत्रालय ने भारतीय नौसेना की तीन नई कलवरी श्रेणी की पनडुब्बियों के निर्माण के लिए निविदा निकाली थी। रक्षा सूत्रों के अनुसार, बताया कि मेगा प्रोजेक्ट के लिए रक्षा मंत्रालय को बोलियां प्राप्त हुई हैं। बता दें, फ्रांसीसी फर्म नेवल ग्रुप के साथ पनडुब्बियों को मुंबई में स्वदेशी रूप से बनाया जाएगा।
नौसेना के उम्मीदों पर खरी उतरी पनडुब्बियां
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने 2005 में फ्रांस से ऑर्डर की गई छह कलवरी श्रेणी की पनडुब्बियों में से पांच को पहले ही शामिल कर लिया है। अगले साल छठी पनडुब्बी को शामिल किया जा सकता है। सरकार ने जुलाई में रक्षा अधिग्रहण परिषद की बैठक में 26 राफेल समुद्री लड़ाकू जेट के साथ-साथ 75 अतिरिक्त पनडुब्बियों को मंजूरी दे दी थी। पनडुब्बियों ने नौसेना की उम्मीदों के अनुरूप प्रदर्शन किया है। इसी वजह से नौसेना और अधिक पनडुब्बियों को जल्द से जल्द शामिल करना चाहता हैं।
पांचवी पनडुब्बी को जनवरी में किया था शामिल
रिपोर्ट्स के मुताबिक, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार ने अधिकारियों को निर्माण शुरू करने के लिए प्रक्रियाओं को पूरा करने की समय सीमा कम करने का निर्देश दिया है। भारतीय नौसेना की पांचवीं स्टील्थ स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बी, आईएनएस वागिर को जनवरी में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था। नौसैनिक अधिकारियों के अनुसार, कलवरी श्रेणी की पनडुब्बियां बेहद शक्तिशाली हैं। इनमें उन्नत स्टील्थ विशेषताएं हैं। यह पनडुब्बियां लंबी दूरी के टॉरपीडो के साथ-साथ एंटी-शिप मिसाइलों से भी लैस हैं।
भारतीय संस्कृति के अनुसार होंगी रैंके
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में नौसेना दिवस पर घोषणा की थी कि भारतीय संस्कृति के अनुसार नौसेना में रैंकों का नाम बदला जाएगा। उन्होंने सिंधुदुर्ग में नौसेना दिवस समारोह को संबोधित करते समय यह एलान किया। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि हम अपने सशस्त्र बलों में महिला शक्ति को बढ़ाने पर भी काम कर रहे हैं। उन्होंने जहाज पर देश की पहली महिला कमांडिंग अफसर नियुक्त करने पर नौसेना को बधाई दी। बता दें कि एक साल पहले प्रधानमंत्री ने छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरित होकर नौसेना का नया ध्वज जारी किया था।