
इंडिया रिपोर्टर लाइव
चंडीगढ़ 11 मई 2022। मोहाली में रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड से खुफिया विभाग की इमारत पर हमले के बाद पंजाब की भगवंत मान सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है। विपक्षी दलों ने पंजाब में बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर चिंता व्यक्त की है। पंजाब लोक कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य सरकार से अपील की है कि वह केंद्र और विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय स्थापित कर आगे बढ़े। वहीं, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाने की अपील की है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एक बयान में कहा कि पहले सूबे में आरडीएक्स का बरामद होना, ड्रोन से भेजे नशीले पदार्थों का जब्त होना, बीते कुछ दिन में संदिग्धों की गिरफ्तारी जैसी घटनाओं के बाद मोहाली में हमला होना चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान इस चुनौती और धमकी को गंभीरता से लेंगे और यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे कि कोई हमें नीचा दिखाने की हिम्मत न करे।
प्रताप बाजवा ने कहा कि राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था चिंताजनक है। पटियाला, हिमाचल, काहनूवान और अब मोहाली। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस का खुफिया मुख्यालय मोहाली में है और वह भगवंत मान से आग्रह करते हैं कि सुरक्षा स्थिति का जायजा लें और पंजाब में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में सर्वदलीय बैठक बुलाकर जानकारी साझा करें।
वहीं शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने कहा कि कि यह परेशान करने वाला है कि मोहाली हमले जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर सीएम भगवंत मान और उनके डीजीपी के बयान मेल नहीं खाते। सीएम ने गिरफ्तारी का दावा किया जिसके कुछ ही देर बाद डीजीपी ने उसका खंडन कर दिया। उन्होंने भगवंत मान से अपील की कि कृपया पंजाब में शांति सुनिश्चित करें, दोषियों को बेनकाब करें और सजा दें। लेकिन सिख युवाओं के खिलाफ दमन का बहाना न बनाएं।