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नई दिल्ली 11 अक्टूबर 2022। मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को लोगों तक पहुंचाने के लिए जल्द ही देश के प्रत्येक राज्य में एक-एक टेली मानस केंद्र शुरू होगा, जहां 24 घंटे चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध होंगी। सोमवार को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर बंगलूरू स्थित निम्हांस में टेली मेंटल हेल्थ असिस्टेंस एंड नेटवर्किंग अक्रॉस स्टेट्स (टेली-मानस) पहल शुरू की गई है। इसके तहत, टोल फ्री नंबर-14416 पर 24 घंटे कभी भी फोन पर मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त की जा सकती हैं। इस दौरान जानकारी दी गई कि 23 टेली-मानसिक स्वास्थ्य केंद्रों का नेटवर्क बनाया है। इन केंद्रों के लिए नोडल संस्थान निम्हांस बंगलूरू और आईआईआईटी बॉम्बे को बनाया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है कि भविष्य में देश के प्रत्येक राज्य में एक-एक टेली मानस केंद्र शुरू किया जाएगा। मंत्रालय के अनुसार, कोरोना महामारी के दौरान मानसिक स्वास्थ्य को लेकर बढ़ी कठिनाइयों के चलते केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय टेली मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के लिए अलग बजट भी निर्धारित किया है। इसी के जरिये टेली मानस की स्थापना होगी।
अपनी भाषा में मदद ले सकेंगे मरीज
मंत्रालय के अनुसार, देश के किसी भी क्षेत्र से टोल फ्री नंबर पर 24 घंटे में कभी भी कॉल किया जा सकता है। कॉल करने वाले सेवाओं का लाभ उठाने के लिए अपनी पसंद की भाषा का चयन कर सकते हैं। इसके बाद कंट्रोल रूम में मौजूद काउंसलर कॉल को रिसीव करेगा। कॉल को संबंधित राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में टेली-मानस सेल में भेजा जाएगा, जहां मौजूद चिकित्सक स्वास्थ्य परामर्श दे सकेंगे।
यह है उद्देश्य
टेली मानस का उद्देश्य पूरे देश में चौबीसों घंटे मुफ्त टेली-मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। मंत्रालय ने बताया कि टेली-मानस को राष्ट्रीय टेली-परामर्श सेवा, ई-संजीवनी, आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन, मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों, आयुष्मान भारत स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों और आपातकालीन मनोरोग सुविधाओं जैसी अन्य सेवाओं से जोड़ा गया है, ताकि रोगियों का उपचार आसानी से किया जा सके। मंत्रालय ने यह भी बताया कि निम्हांस ने अधिकांश राज्यों से 900 टेली मानस परामर्शदाताओं को प्रशिक्षण दिया है।
दो प्रणाली में होगा पूरा सिस्टम
टेली मानस दो स्तरीय प्रणाली में आयोजित किया जाएगा। इनमें से एक होगा टियर-1, जिसमें में राज्य टेली मानस प्रकोष्ठ शामिल हैं। इस प्रकोष्ठ में प्रशिक्षित परामर्शदाता और मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ होंगे। वहीं, टियर-2 में शारीरिक परामर्श के लिए जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम (डीएमएचपी)/मेडिकल कॉलेज के लिए ई-संजीवनी के विशेषज्ञ शामिल होंगे। वर्तमान में 51 राज्यों टेली मानस प्रकोष्ठों के साथ पांच क्षेत्रीय समन्वय केंद्र हैं।
उत्तर प्रदेश सहित इन राज्यों में हो चुकी शुरुआत
निम्हांस की निदेशक डॉ. प्रतिमा मूर्ति ने बताया कि टेली मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम शुरू करने वाले राज्यों में आंध्र प्रदेश, असम, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, छत्तीसगढ़, दादरा नगर हवेली और दमन और दीव, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, कर्नाटक, केरल, लद्दाख, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल शामिल हैं।