
इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 02 फरवरी 2023। अवैध ऑनलाइन गेमिंग वेबसाइट के जरिये भोले-भाले लोगों को अपने जाल में फंसाकर ठगी करने वाले गैंग के तीन बदमाशों को उत्तरी जिला के साइबर थाना पुलिस ने दबोचा है। आरोपी लगातार कर्नाटक और छत्तीसगढ़ के अलग-अलग शहरों अपनी लोकेशन बदलकर पुलिस को चकमा दे रहे थे। पुलिस ने बेहद पेशवर अंदाज में आरोपियों को स्विगी डिलीवरी ब्वॉय बनकर दिल्ली के नवादा, उत्तम नगर इलाके से गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान छत्तीसगढ़ निवासी श्रीआंश चंद्रशेखर, आयुष देवांगन और यश गंवीर (22) के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके पास से आठ डेबिट कार्ड, तीन आईफोन समेत सात मोबाइल फोन, आठ सिमकार्ड, दो लैपटॉप, एक क्रेडिट कार्ड व कई बैंक खाते बरामद किए हैं।
उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त सागर सिंह कलसी ने बताया कि पिछले माह गृह मत्रालय के साइबर क्राइम पोर्टल पर दिल्ली निवासी इंजीनियर विक्रम ने ठगी की शिकायत दी थी। पीड़ित ने बताया कि वह परिवार के साथ उत्तराखंड, एंक्लेव, बुराड़ी में रहता है और हैदराबाद की एक आईटी फर्म में नौकरी करता है। पिछले दिनों उसने WWW.FUNPLAY9.COM पर ऑनलाइन गेम खेला था। यहां उसे शुरुआत में जिताकर बाद में 1.49 लाख रुपये ठग लिए गए। पुलिस ने पांच जनवरी को मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
पता चला कि रुपये दुर्ग, भिलाई, रायपुर-छत्तीसगढ़ के अलावा बेंगलुरु और दिल्ली के बैंक खातों में ट्रांसफर हुए। जांच करने पर पता चला कि आरोपी फिलहाल छत्तीसगढ़ में मौजूद हैं, लेकिन उनकी लोकेशन का पता नहीं चल पा रहा था। इस बीच पता चला कि आरोपियों ने छत्तीसगढ़ से अपनी लोकेशन दिल्ली में बदली है। इस दौरान एक आरोपी ने स्विगी पर खाने का ऑर्डर दिया। साइबर थाने में तैनात एसआई गुमन सिंह ने स्विगी के अधिकारियों से संपर्क किया। बाद में वह खुद डिलीवरी ब्वाॅय बनकर आरोपियों के यहां पहुंचा। तीनों को नवादा के एक फ्लैट से दबोच लिया गया।
होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर रहा है मुख्य आरोपी
पूछताछ के दौरान गैंग लीडर श्रीआंश ने बताया कि श्रीआंश आईएचएम बेंगलुरु से होटल मैनेजमेंट कर रहा है जबकि आयुष और यश बीकॉम के छात्र हैं। उसने बताया कि पढ़ाई के दौरान उसकी मुलाकात राज नामक युवक से हुई थी। राज ने उसे फर्जी ऑनलाइन गेमिंग वेबसाइट के बारे में बताकर उनको चलाने के लिए कहा था। श्रीआंश ने राज से कई ऑनलाइन गेमिंग वेबसाइट खरीद लीं। इनमें funbet9,betbhai9,Go99, Silver Exchange, Sky pattern और Tiger pattern जैसी वेबसाइट शामिल हैं। आरोपी ने अपने दोस्त आयुष और यश को भी अपने साथ मिलाया। बाद में फर्जी पतों पर लिए गए सिमकार्ड, बैंक खातों का इंतजाम किया गया। फर्जीवाड़े के लिए मोबाइल का इंतजाम किया गया। इसके बाद ठगी शुरू की गई।
थोड़ी रकम जिताकर जाल में फंसाते थे
ऑनलाइन कुछ भी सर्च करते हुए इस तरह की फर्जी वेबसाइट के लिंक यूजर्स के सामने आते हैं। इन लिंक पर क्लिक करने पर पहले यह रजिस्ट्रेशन के नाम पर थोड़ी बहुत रकम वसूलते हैं। ऑनलाइन स्नूकर, पोकर, कैसीनो, तीन पत्ती व दूसरे गेम खिलाए जाते हैं। शुरुआत खेलने वालों को थोड़ी बहुत रकम जिताई जाती है। यह रकम उनके ई-वॉलेट में तो दिखाई देती है, लेकिन उनके खाते में नहीं जाती। आरोपी और जीतने का लालच देकर पीड़ितों से मोटी रकम दाव पर लगवा लेते हैं। इसके बाद रकम को हड़प लेते थे।