इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 03 फरवरी 2023। विश्व मामलों की भारतीय परिषद (आईसीडब्ल्यूए) और रूसी परिषद के बीच गुरुवार को एक वार्ता हुई। इस वार्ता में भारत में रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव भी मौजूद थे। वार्ता के दौरान रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव ने कहा कि रूस और भारत प्लेटफार्मों और समूहों का एक नेटवर्क साझा करते हैं जो अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लाभ के लिए वैश्विक एजेंडे को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान विभिन्न मंचों से रूस को बाहर करने के प्रयासों के संबंध में भारत ने तटस्थ रुख अपनाया। डेनिस अलीपोव ने कहा कि हम G20 और SCO में भारत की अध्यक्षता को इन महत्वपूर्ण संघों के एजेंडे को पेश करने के अवसर के रूप में देखते हैं। रूस भारत की ऊर्जा सुरक्षा में योगदान देने वाला भारत का सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता बन गया है। रूसी राजदूत ने भारत और रूस के संबंधों को लेकर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि रूस और भारत का रक्षा सहयोग स्तर अभूतपूर्व है। इसका एक प्रमुख कारण रूसी उपकरणों पर भारत की स्वतंत्रता है।
अलीपोव ने कहा कि हम उत्तरी समुद्री मार्ग के लिए साइबेरिया में रूसी जंगल में बड़े पैमाने पर ऊर्जा और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के साझेदारों को आकर्षित करने के लिए उत्तर-दक्षिण आईटीसी का एक वैकल्पिक परिवहन मार्ग विकसित कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि व्यापार और अंतर-क्षेत्रीय संदर्भों को मजबूत बढ़ावा दिया गया है। हवाई अड्डे के बुनियादी ढांचे, समुद्र और रेल के बुनियादी ढांचे, इस्पात उत्पादन, पेट्रो-रसायन विज्ञान, स्टार्टअप, विमान और जहाज निर्माण, कृषि, उन्नत प्रौद्योगिकी, विकास और डिजिटलीकरण जैसे क्षेत्रों में अपार संभावनाएं हैं। रूसी राजदूत ने कहा कि रूस के पास भारत को देने के लिए बहुत कुछ है और इसके विपरीत इन सभी क्षेत्रों में पश्चिमी कंपनियां अग्रणी हैं।
पिछले साल 24 फरवरी को शुरू हुए रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष पर उन्होंने कहा कि यूक्रेन संघर्ष रूस द्वारा भूमि हड़पने का प्रयास नहीं है, जैसा कि पेश किया जा रहा है। यह लगातार उल्लंघन का परिणाम है।