इंडिया रिपोर्टर लाइव
रायपुर (छत्तीसगढ़)। वैश्विक महामारी कोविड-19 के फैलाव को रोकने जहां पूरी देश और दुनिया दिन-रात काम कर रही है, वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस महामारी को रोकने, इससे लड़ने और इसे दूर भगाने के लिए पहली बार विपक्ष के नेताओं से मोबाइल पर लंबी बातचीत करते हुए सभी को साथ मिलकर काम करने की अपील की. छत्तीसगढ़ में 15 सालों तक मुख्यमंत्री रहने वाले डॉ. रमन सिंह और वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बीच राजनीतिक दूरियां, तल्ख़ियां किसी से छिपी नहीं है. भूपेश बघेल जब विपक्ष में हुआ करते थे तब रमन सिंह को घेरने का एक भी मौका नहीं छोड़ते थे. मगर कोविड-19 महामारी को रोकने के लिए ऐसा पहला मौका आया जब सीएम भूपेश बघेल ने खुद डॉ. रमन सिंह को फोन लगाकर न केवल उनके विधानसभा क्षेत्र, उनके विधानसभा जिले की विस्तृत जानकारी ली, बल्कि सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों को भी साझा किया. सीएम ने पूर्व सीएम से सुझाव मांगते हुए इस महामारी से लड़ने साथ मिलकर काम करने की अपील की ।
जब भूपेश बघेल ने नेता प्रतिपक्ष को किया फोन
कोविड-19 से लड़ने को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजनीतिक विद्वेष भूलकर आगे चल पड़े हैं. किसी भी गंभीर समस्या से निपटने, उस पर चर्चा करने, सलाह लेने को लेकर यह पहला मौका था जब सीएम भूपेश बघेल ने खुद नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक को फोन कर सरकार के कार्यों की जानकारी देते हुए उनसे सुझाव मांगे ।
पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने कही ये बात
न्यूज 18 से चर्चा करते हुए पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश ने खुद उन्हें फोन कर इस वैश्विक महामारी को रोकने न केवल सुझाव लिए बल्कि सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों को विस्तार पूर्वक बताया. साथ ही मेरे विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं सहित जागरूकता अभियान की भी विस्तार पूर्वक जानकारी ली ।
जोगी कांग्रेस से भी सीएम बघेल की बातचीत
प्रमुख विपक्षी दल बीजेपी के साथ ही जोगी कांग्रेस के सचेतक धर्मजीत सिंह को मुख्यमंत्री ने फोन कर उनके क्षेत्र की जानकारी लेते हुए कोविड-19 के फैलाव को रोकने साथ मिलकर काम करने की अपील की. इस महामारी को फैलने से रोकने के लिए हम सब साथ हैं के संदेश के साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विपक्ष के नेताओं को फोन करके यह संदेश देने की कोशिश है कि राज्य हित से बढ़कर राजनीति कभी नहीं हो सकती. जब राज्य पर कोई संकट-विपदा आए तो सभी के अनुभव का लाभ लेते हुए सभी को विश्वास में लेते हुए साथ मिलकर काम करने से न केवल समस्या समाप्त होगी बल्कि आम जनमानस में राजनीति को लेकर एक सकारात्मक संदेश भी जाएगा ।