इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 25 मई 2023। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीन दिनों के ऑस्ट्रेलिया दौरे से गुरुवार सुबह भारत लौट आए। दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर पीएम मोदी का जोरदार स्वागत हुआ। वहीं पीएम मोदी ने भारत लौटते ही बैक टू बैक कई बैठकें कीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए दिल्ली-देहरादून वंदे भारत एक्स्प्रेस को हरी झंडी दिखाकर उत्तारखंड के लोगों को समर्पित किया। इसके अलावा पीएम मोदी ने विद्युतीकृत रेल लाइन खंडों का लोकार्पण भी किया। वहीं पीएम मोदी ने कहा कि नए संसद भवन के उद्धाटन समारोह में विपक्ष के बॉयकट पर निशाना साधा।
पीएम मोदी ने ऑस्ट्रेलिया की लोकतांत्रिक परंपरा का जिक्र करते-करते विपक्ष को आइना दिखा दिया। पीएम मोदी ने कहा कि सिडनी में भारतीय समुदाय का जो कार्यक्रम में था, उसमें ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी अल्बनीज के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री, सांसद, विपक्षी दलों के नेता भी शामिल थे। उन्होंने कहा, ‘यह लोकतंत्र की ताकत है। उन सभी लोगों ने साथ मिलकर भारतीय समुदाय की ओर से आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया। अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने किसी का जिक्र तो नहीं किया, लेकिन उनका इशारा साफ था। उन्होंने ऐसे वक्त में यह बात कही है, जब नए संसद भवन के उद्घाटन का 19 विपक्षी दल विरोध कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि मैंने वहां जिन भी लोगों और नेताओं से मुलाकात की, सभी ने भारत की जमकर तारीफ की। उन सभी लोगों ने हमारी तरफ से जी-20 की मेजबानी की सराहना की और यह मेरे लिए बहुत गर्व की बात रही। पीएम मोदी ने कहा कि भारत पर पूरी दुनिया की नजर है। पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने अपने दौरे का एक-एक क्षण देश के हित में लगाने का प्रयास किया। पीएम मोदी ने कहा कि आज दुनिया भारत की आवाज को सुनना चाहता है। विदेशों में टीके भेजने के सरकार के फैसले की आलोचना करने वालों पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “याद रखिए, यह बुद्ध की भूमि है, यह गांधी की भूमि है। हम अपने दुश्मनों की भी परवाह करते हैं, हम करुणा से प्रेरित लोग हैं।” उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि दुनिया भारत की कहानी सुनने को इच्छुक है।
दुनिया भी मेरे साथ दिखती है…
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि जब मैं यह कहता हूं कि हमारे तीर्थ क्षेत्रों पर हमले स्वीकार नहीं हैं तो दुनिया भी मेरे साथ दिखती है। ऑस्ट्रेलिया… आज भारत को अपना मानता है, भारत को सम्मान से देखता है और वो भारत के भविष्य के साथ अपना भविष्य जोड़ कर देखता है। उन्होंने आगे कहा, आप लोगों को जान कर खुशी होगी कि भारतीय समुदाय के कार्यक्रम में ऑस्ट्रेलिया के पीएम का आना हम सभी के लिए गौरव की तो बात है ही, लेकिन इतना ही नहीं, उस समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री भी थे… विपक्ष के सांसद थे, सत्ता पक्ष के सांसद थे… सब के सब मिलजुल कर भारतीय समुदाय के इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे। ये यश मोदी का नहीं है, हिंदुस्तान के पुरुषार्थ का है… 140 करोड़ हिन्दुस्तानियों के जज्बे का है।
हम अपने दुश्मनों की भी परवाह करते हैं…
पीएम ने कहा, देश के कुछ लोगों ने मुझसे पूछा कि मैंने दुनिया को कोविड वैक्सीन क्यों दी। मैं कहना चाहता हूं कि यह महात्मा बुद्ध और गांधी की धरती है। हम अपने दुश्मनों की भी परवाह करते हैं… आज दुनिया जानना चाहती है कि भारत क्या सोच रहा है।