
इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 04 जुलाई 2023। पीएम मोदी ने मंगलवार को कहा कि भारत आज तकनीक और अर्थव्यवस्था समेत विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ रहा है, जबकि भारत फिर से पूरी दुनिया के लिए आध्यात्मिक केंद्र बन रहा है। उन्होंने कहा कि आजादी के अगले 25 साल कर्तव्यकाल होने जा रहे हैं क्योंकि देश अपने कर्तव्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहा है। इसी के साथ आजादी के 100 साल के लक्ष्य की ओर आगे बढ़ते हुए, हमने अपने ‘अमृतकाल’ को ‘कर्तव्यकाल’ का नाम दिया है। प्रधानमंत्री आंध्र प्रदेश के पुट्टपर्थी में साई हीरा ग्लोबल कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक सभा को संबोधित कर रहे थे। यहां उन्होंने कहा कि मैंने इस कन्वेंशन सेंटर की तस्वीरें देखी हैं। यह आध्यात्मिक सम्मेलनों और अकादमिक कार्यक्रमों का केंद्र होगा। दुनिया भर से विशेषज्ञ यहां आएंगे और मुझे उम्मीद है कि यह केंद्र देश के युवाओं की मदद करेगा। का मार्गदर्शन भी है। हमारे कर्तव्यों में आध्यात्मिक मूल्य हैं और भविष्य के लिए संकल्प हैं। इसमें विकास और विरासत है।
पीएम ने कहा कि देश को श्री हीरा ग्लोबल कन्वेंशन सेंटर के रूप में एक प्रमुख थिंक टैंक मिल रहा है। सेंटर में आध्यात्मिकता के साथ-साथ आधुनिकता की आभा भी है। इसमें सांस्कृतिक दिव्यता के साथ-साथ वैचारिक भव्यता भी है। उन्होंने आगे कहा कि यह केंद्र आध्यात्मिक सम्मेलनों और शैक्षणिक कार्यक्रमों का केंद्र बन जाएगा।
भारत के पास दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम
आगे उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था पर भी बात की। पीएम ने कहा कि दुनिया का कुल ऑनलाइन लेनदेन का 40 फीसदी भारत में हो रहा है। भारत के पास दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है और यह डिजिटल टेक्नोलॉजी और 5जी टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में बड़े देशों के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहा है। एक तरफ देश में आध्यात्मिक केंद्र पुनर्जीवित हो रहे हैं और साथ ही भारत अर्थव्यवस्था और प्रौद्योगिकी में अग्रणी हो रहा है। आज भारत दुनिया की शीर्ष पांच अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। भारत के पास दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है।
एक विज्ञप्ति के अनुसार, उद्घाटन समारोह सुबह 10:30 बजे हुआ। सत्य साईं सेंट्रल ट्रस्ट ने प्रशांति निलयम, पुट्टपर्थी में एक नई सुविधा, साईं हीरा ग्लोबल कन्वेंशन सेंटर का निर्माण किया है। प्रशांति निलयम सत्य साईं बाबा का मुख्य आश्रम है। इसकी विश्व स्तरीय सुविधाएं और बुनियादी ढांचा सम्मेलनों, सेमिनारों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सुविधा प्रदान करेगा, जिससे जीवन के सभी क्षेत्रों के व्यक्तियों के बीच संवाद और समझ को बढ़ावा मिलेगा। इसमें कहा गया है कि विशाल परिसर में ध्यान कक्ष, शांत उद्यान और आवास की सुविधाएं भी हैं।