‘जब भी हम प्लेइंग-11 चुनते हैं, फैंस को निराश करते हैं’, जानें भारतीय कोच द्रविड़ ने ऐसा क्यों कहा

Indiareporter Live
शेयर करे

इंडिया रिपोर्टर लाइव

नई दिल्ली 12 जुलाई 2023। राहुल द्रविड़ के टीम इंडिया के हेड कोच बनने के बाद से भारतीय टीम को कुछ मेजर टूर्नामेंट्स में हार का सामना करना पड़ा है। इनमें 2022 एशिया कप, 2022 टी20 वर्ल्ड कप और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल जैसे कुछ टूर्नामेंट्स शामिल हैं। इसके अलावा भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भी हार का सामना करना पड़ा था। वहीं, इंग्लैंड के खिलाफ रवि शास्त्री के कार्यकाल में 2-1 से बढ़त बनाने वाली टीम इंडिया को रीशेड्यूल किए गए पांचवें टेस्ट में हार का सामना करना पड़ा था।

हालांकि, द्रविड़ ने अपने खिलाड़ियों को परफॉर्म करने का पर्याप्त मौका दिया और उनका हमेशा समर्थन किया। रवि शास्त्री के कार्यकाल के दौरान टीम में कई बदलाव होते थे। द्रविड़ के कार्यकाल में अर्शदीप सिंह, शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ियों को पर्याप्त मौके मिले और आज वह अच्छा प्रदर्शन कर टीम को जिता रहे हैं। अर्शदीप जहां डेथ ओवर स्पेशलिस्ट बन चुके हैं, वहीं गिल आने वाले समय में भारत के स्टार हैं। श्रेयस ने पेस और स्पिन अटैक के सामने अपनी मजबूती साबित की है। 

‘आप उनकी परवाह करते हैं, जिन्हें आप कोचिंग देते हैं’
द्रविड़ खुद भी अपने समय के एक महान बल्लेबाज रह चुके हैं। उन्हें पता है कि किसी खिलाड़ी को समर्थन करने का क्या मतलब होता है और इससे टीम को क्या फायदा होता है। हालांकि, कोच की जिम्मेदारी संभालने के बाद से उन्हें जवाबदेह भी होना पड़ा है। उन्हें कई बार उन सवालों के जवाब देने पड़ते हैं जिनका कोई तात्पर्य नहीं होता। द्रविड़ का कहना है कि कोचिंग की सबसे मुश्किल बात हार और जीत से कहीं ऊपर है।

उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान कहा- आप निजी तौर पर उन सभी लोगों की परवाह करते हैं जिन्हें आप कोचिंग देते हैं और आप व्यक्तिगत संबंध बनाने की कोशिश करते हैं। आप उन्हें एक इंसान के रूप में प्रशिक्षित करना चाहते हैं, न कि क्रिकेट खिलाड़ियों के रूप में। जब आप ऐसा करते हैं, तो आप चाहते हैं कि वे सभी सफल हों। लेकिन साथ ही आपको सच्चाई में भी जीना पड़ता है और यह महसूस करना होता है कि उनमें से सभी सफल नहीं होंगे। कभी-कभी आपको बेहद कठिन निर्णय लेने पड़ते हैं।

‘हम चुनिंदा खिलाड़ियों को ही चुन सकते’
द्रविड़ ने कहा, “हर बार जब हम एक प्लेइंग इलेवन चुनते हैं, तो हम लोगों को निराश करते हैं। ऐसे भी लोग हैं जो नहीं खेल रहे हैं। हर बार जब हम किसी टूर्नामेंट के लिए 15 खिलाड़ियों का स्क्वॉड चुनते हैं, तो बहुत सारे लोग हैं जो सोचते हैं कि उन्हें वहां होना चाहिए। आप उनके लिए भावनात्मक स्तर पर बुरा महसूस करते हैं, लेकिन कम से कम हम सभी प्रयास करते हैं। मैं यह नहीं कहता कि मैं इसमें एक्सपर्ट हूं। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि मैं हर समय सही करता हूं क्योंकि यह आपको प्रभावित करता है। यह कोचिंग या नेतृत्व का सबसे कठिन हिस्सा है। उन लोगों के बारे में कठिन निर्णय लेने होते हैं जिन्हें आप वास्तव में सफल होते देखना चाहते हैं और उनका अच्छा चाहते हैं। लेकिन आप नियम से मजबूर होकर केवल चुनिंदा खिलाड़ियों को चुन सकते हैं।

Leave a Reply

Next Post

एल्‍कॉन आइ ऑन कैटरेक्‍ट ग्‍लोबल सर्वे में भारत के 86% लोगों ने कहा दृष्टि है बढ़ती उम्र का सबसे महत्‍वपूर्ण पहलू

शेयर करे इंडिया रिपोर्टर लाइव मुंबई 12 जुलाई 2023। आंखों की देखभाल के क्षेत्र में ग्‍लोबल लीडर एल्‍कॉन ने आज अपने महत्‍वपूर्ण एल्‍कॉन आइ ऑन कैटरेक्‍ट सर्वे के नतीजों का खुलासा किया। यह सर्वे मार्च-अप्रैल 2023 के दौरान, भारत समेत दुनिया के 10 देशों में 50+ वर्ष से अधिक उम्र […]

You May Like

शाहरुख खान ने लोगों से की वोट डालने की अपील, कहा- देश को हित में रखते हुए मतदान करें....|....बीएसएफ की पूर्वी कमान के एडीजी ने भारत-बांग्लादेश सीमा का किया दौरा, तैयारियों का लिया जायजा....|....लोकसभा चुनाव: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बोले- देश के परमाणु हथियारों को खत्म कर देगा इंडी गठबंधन....|....पांच माह में विष्णुदेव सरकार ने 16000 करोड़ कर्जा लिया - कांग्रेस....|....नए वैरिएंट ने बढ़ाई मुसीबत, भारत में भी दर्ज किए गए मामले; इस देश में फिर से मास्क लगाने की अपील....|....भाजपा मुख्यालय पर सुरक्षा बढ़ाई गई, 11 से 2 बजे तक बंद रह सकता है DDU मार्ग...ट्रैफिक एडवाइजरी जारी....|....इन 4 टीमों ने प्लेऑफ में ली एंट्री, धोनी की टीम का टूट गया सपना....|....भारतीयों को बिना वीजा एंट्री देगा रूस; समझौते की तैयारी शुरू, पर्यटकों की होगी मौज !....|....नए राष्ट्रपति की शपथ से पहले ताइवान की संसद में चले लात-घूसे, चीन समर्थक विपक्ष के प्रस्ताव पर सांसद बिल लेकर भागा....|....​"भाजपा को लोकतंत्र खत्म करना है तो सामने आकर करे पीठ-पीछे क्यों कर रहे", तेजस्वी यादव का भाजपा पर हमला