
इंडिया रिपोर्टर लाइव
तिरुवनंतपुरम 05 अप्रैल 2024। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पीओके और आतंकवाद को लेकर भारत का रुख स्पष्ट किया है। विदेश मंत्री का कहना है कि पीओके भारत का अभिन्न अंग है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ भारतीय जनता पार्टी का नहीं बल्कि पूरे देश का रुख है। विदेश मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान को लेकर मुख्य चिंता आतंकवाद है। ऐसे में अगर पड़ोसी देश की तरफ से सीमा पार कुछ भी गलत हरकत हुई तो उसका कड़ा जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम आतंकवाद को नजरअंदाज नहीं करेंगे और जब भी आतंकवाद पैर फैलाएगा तो हम इससे निपटेंगे क्योंकि ये ही हमारा रिकॉर्ड रहा है।
पीओके के मुद्दे पर पूरा देश एकजुट
तिरुवनंतपुरम में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि पीओके के मुद्दे पर यह किसी एक पार्टी की स्थिति नहीं बल्कि पूरे देश की स्थिति है। उन्होंने कहा कि इसे लेकर भारत की संसद ने एकजुट रुख अपनाया, देश के हर राजनीतिक दल ने उस रुख का समर्थन किया है। इसलिए हम यह कभी स्वीकार नहीं करेंगे कि पीओके भारत का हिस्सा नहीं है।
चीन के साथ चुनौतीपूर्ण संबंध
चीन के साथ संबंधों के बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्री ने स्वीकार किया कि भारत के पड़ोसी देश के साथ चुनौतीपूर्ण संबंध हैं लेकिन इसके लिए प्रतिस्पर्धा का रुख अपनाया जाएगा। उन्होंने स्वीकार किया कि पाकिस्तान और चीन को छोड़कर बाकी पड़ोसियों के साथ भारत के रिश्ते काफी बेहतर हैं। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश और श्रीलंका के लोग भारत के बारे में भला सोचते हैं क्योंकि उनके सबसे गहरे आर्थिक संकट के दौरान भारत खड़ा रहा। इसके अलावा नेपाल को टीके, उर्वरक और ईंधन देने में भारत ने अहम भूमिका निभाई।