इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 15 जनवरी 2025। भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र में नए युग की शुरुआत हो गई है। दरअसल पहली बार दो निजी स्टार्टअप कंपनियों ने अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक अपने उपग्रह लॉन्च किए हैं। ये उपग्रह दो भारतीय स्टार्टअप कंपनियों पिक्सेल और दिगंतारा ने लॉन्च किए हैं, जो पृथ्वी की परिक्रमा करने वाले अंतरिक्ष पिंडों की निगरानी करेंगे। पिक्सेल भारत की पहली निजी कंपनी बन गई, जिसके पास उपग्रहों का अपना समूह है। कंपनी 150 से अधिक बैंड में पृथ्वी का अवलोकन करने की क्षमता रखती है। यह एक ऐसी तकनीक है जो कृषि और रक्षा जैसे विविध क्षेत्रों में उपयोगी है। वहीं दिगंतारा एयरोस्पेस ने दुनिया के पहले वाणिज्यिक उपग्रह – स्पेस कैमरा फॉर ऑब्जेक्ट ट्रैकिंग (एससीओटी) के प्रक्षेपण की घोषणा की है, जो सुरक्षित अंतरिक्ष संचालन सुनिश्चित करने के लिए पृथ्वी की परिक्रमा करने वाली 5 सेमी जितनी छोटी वस्तुओं की निगरानी करेगा। पृथ्वी के चारों ओर की कक्षाएं कृत्रिम उपग्रहों के साथ-साथ अंतरिक्ष मलबे से भरी हुई हैं। ऐसे में इनकी निगरानी हमारे अंतरिक्ष कार्यक्रमों की सफलता के लिए जरूरी है।
पिक्सेल भविष्य में कुल 18 फायरफ्लाई उपग्रह लॉन्च करेगी
पिक्सेल के तीन फायरफ्लाई, जो वर्तमान में दुनिया के सबसे उच्च-रिज़ॉल्यूशन वाले वाणिज्यिक-ग्रेड हाइपरस्पेक्ट्रल उपग्रह हैं और ये अदृश्य सूक्ष्म विवरणों को भी कैद करने में सक्षम हैं। पिक्सेल के सह-संस्थापक और सीईओ अवैस अहमद ने बताया, ‘पहली बार 5 मीटर हाइपरस्पेक्ट्रल उपलब्ध है। यही बात इसे न केवल भारत में, बल्कि विश्व स्तर पर अद्वितीय बनाती है।’ पिक्सेल की योजना अगले दो महीनों में तीन और फायरफ्लाई उपग्रह लॉन्च करने की है और भविष्य में 18 और लॉन्च करने की है।
मील का पत्थर साबित हो सकती है हाइपर स्पेक्ट्रल सैटेलाइट इमेजिंग तकनीक
भारतीय अंतरिक्ष संघ (आईएसपीए) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल ए के भट्ट का कहना है कि पिक्सेल का यह कदम मील का पत्थर साबित होगा, क्योंकि हाइपरस्पेक्ट्रल सैटेलाइट इमेजिंग से कई मामलों, खासकर रक्षा क्षेत्र के लिए एक परिवर्तनकारी भूमिका निभाने की क्षमता है। लेफ्टिनेंट जनरल भट्ट ने कहा कि दिगंतारा का एससीओटी उपग्रह एक अधिक टिकाऊ अंतरिक्ष वातावरण सुनिश्चित करने और अंतरिक्ष मलबे की समस्या से निपटने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। पिक्सेल के सह-संस्थापक और सीटीओ क्षितिज खंडेलवाल ने बेंगलुरु में स्टार्ट-अप के मुख्यालय में कहा कि फायरफ्लाइज़ का अत्याधुनिक रिज़ॉल्यूशन उन्हें रासायनिक संरचना, वनस्पति स्वास्थ्य, जल गुणवत्ता और यहां तक कि वायुमंडलीय स्थितियों में सूक्ष्म परिवर्तनों को बेजोड़ सटीकता के साथ पता लगाने में सक्षम बनाता है। पिक्सेल ने पहले ही 60 से अधिक ग्राहकों के साथ करार कर लिया है, जिनमें यूएस नेशनल रिकोनिसेंस ऑर्गनाइजेशन, रियो टिंटो, ब्रिटिश पेट्रोलियम और केंद्रीय कृषि मंत्रालय जैसी कंपनियां शामिल हैं, जो इसके उपग्रहों से हाइपर-स्पेक्ट्रल डेटा प्राप्त कर रहे हैं।