तेजस्वी यादव और शरद पवार ने पार्टी को मनाया
पश्चिम बंगाल में चुनावी घमासान हुआ तेज
इंडिया रिपोर्टर लाइव
रांची 08 मार्च 2021। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों का शंखनाद हो चुका है। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जहां अपना गढ़ बचाने की कोशिश में है, वहीं भाजपा यहां कमल खिलाने के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रही है। इसी बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) जो बंगाल में चुनाव लड़ना चाहती थी उसने अचानक अपना इरादा बदल लिया है। रविवार को पार्टी ने कहा कि वह राज्य में अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी।
राजद के तेजस्वी यादव और एनसीपी के शरद पवार ने जेएमएम को मनाने में अहम भूमिका निभाई है। पार्टी जिसकी पिछले हफ्ते तक राज्य की सीमा पर स्थित एसटी और उत्तरी जिलों की सीटों पर नजर थी उसने अब चुनाव न लड़ने का फैसला लिया है। पार्टी नेताओं का कहना है कि यह फैसला उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ विचार-विमर्श के बाद लिया है।
बता दें कि हेमंत सोरेन रविवार शाम को ही नई दिल्ली से वापस लौटे हैं। ‘ राजद के कार्यकारी अध्यक्ष तेजस्वी यादव और एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने झामुमो और टीएमसी के बीच यह समझौता करवाया है। दोनों ने सोरेन के साथ फोन पर बात की और उन्हें ममता बनर्जी का साथ देने के लिए मनाया। ममता राज्य में भाजपा के खिलाफ किसी आदिवासी चेहरे की तलाश कर रही थीं।
सोरेन और उनके पिता शिबू इन जिलों में बनर्जी की टीएमसी के लिए आक्रामक रूप से प्रचार करेंगे। पुरुलिया, झारग्राम, बांकुरा और मिदनापुर जिलों की एसटी सीटों पर पहले दो चरणों में चुनाव होने हैं। जेएमएम के एक नेता ने कहा, ‘टीएमसी के पास कोई आदिवासी चेहरा नहीं है। दूसरी ओर, भाजपा के पास उनके स्टार प्रचारक के तौर पर अर्जुन मुंडा (केंद्रीय आदिवासी मामलों के मंत्री), बाबूलाल मरांडी (झारखंड के पूर्व सीएम) और अन्य हैं। ऐसे में पूरी उम्मीद है कि सोरेन टीएमसी के लिए आदिवासी चेहरे के तौर पर प्रचार करेंगे।’