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बंगलूरू 15 जनवरी 2025। कर्नाटक राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम लिमिटेड (केओनिक्स) के विक्रेताओं ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की मांग की है। विक्रेताओं ने कहा है कि उनके बकाया बिलों का भुगतान नहीं किया गया है, जिसके कारण केओनिक्स के साथ काम करने वाले 6,000 परिवारों की स्थिति दयनीय हो गई है। विक्रेताओं ने कहा कि उत्पीड़न से छुटकारा पाने के लिए हम इच्छामृत्यु की मांग करते हैं। हम सभी एक साथ मरना चाहते हैं। हालांकि, कर्नाटक के सूचना प्रौद्योगिकी और जैव प्रौद्योगिकी मंत्री प्रियांक खरगे ने आरोपों को खारिज कर दिया। केओनिक्स सूचीबद्ध विक्रेता कल्याण संघ ने राष्ट्रपति मुर्मू को लिखे पत्र में कहा है कि बकाया बिलों का भुगतान न करके उन्हें परेशान किया जा रहा है, जिससे वह थक चुके हैं और उत्पीड़न से छुटकारा पाना चाहते हैं।
संघ का आरोप- 12 फीसदी रिश्वत न देने पर किया परेशान
संघ का कहना है कि केओनिक्स के साथ काम करने वाले 450 से 500 छोटे उद्यमी विक्रेता पंजीकृत हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि 2023 में सरकार बदलने के बाद केओनिक्स ने अचानक विक्रेताओं के बिल रोकना शुरू कर दिया और उन्हें परेशान करना शुरू कर दिया। संघ ने यह भी आरोप लगाया कि उनसे 12 फीसदी की रिश्वत मांगी गई। जब विक्रेताओं ने रिश्वत देने से इनकार कर दिया, तो उन्हें परेशान किया गया।
भाजपा ने प्रियांक खरगे पर साधा निशाना
इस बीच, भाजपा ने मंत्री प्रियांक खरगे पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह भ्रष्ट हैं और विक्रेताओं को इच्छामृत्यु के लिए पत्र लिखने को मजबूर कर रहे हैं।
खरगे ने भाजपा के आरोपों पर किया कटाक्ष
वहीं, मंत्री खरगे ने आरोपों को खारिज करते हुए भाजपा पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार उन विक्रेताओं को भुगतान नहीं करेगी, जो उनके (भाजपा) के कार्यकाल में अनियमितताओं में शामिल थे।
खरगे ने भाजपा को दिलाई 300 करोड़ की हेराफेरी की याद
खरगे ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि क्या आप (भाजपा) महालेखाकार के ऑडिट निष्कर्षों को भूल गए हैं, जिसमें आपकी सरकार के तहत केओनिक्स द्वारा 300 करोड़ रुपए से अधिक की हेराफेरी की गई थी? खरगे ने कहा कि आपके प्रशासन के तहत भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन बहुत ज्यादा था, जिसकी जांच की जा रही है। उन्होंने सवाल किया कि आपको सलाखों के पीछे जाने की इतनी जल्दी क्यों है?
खरगे ने आगे कहा कि मुझसे सवाल करने के बजाय, आप अपने सवाल अपनी पार्टी के तत्कालीन आईटी मंत्री और मुख्यमंत्री से क्यों नहीं पूछते? मुझे यकीन है कि उनके पास सभी जवाब होंगे।
गड़बड़ी में शामिल न होने वाले विक्रेताओं को किया जाएगा भुगतान: खरगे
इस दौरान खरगे ने यह भी कहा कि ऐसे विक्रेताओं को जो किसी भी गड़बड़ी में शामिल नहीं हैं, उन्हें भुगतान किया जाएगा। जैसा कि तथ्य-खोज समिति की सिफारिशों के आधार पर संसाधित किए जाएंगे।