प्रमोद मुजुमदार, दादा गोरे, अजीम राही, नामदेव कोली, सुरेश पाटिल, प्रतिभा सराफ, किरण डोंगरदिवे विजेता

इंडिया रिपोर्टर लाइव
वर्धा 13 फरवरी, 2025। महाराष्ट्र में साहित्य के क्षेत्र में प्रतिष्ठित यशवंतराव दाते स्मृति संस्था, वर्धा की ओर से वर्ष 1996 से मराठी में गुणवत्तापूर्ण पुस्तकों के लिए विभिन्न साहित्यिक पुरस्कार दिए जाते हैं। 2021, 2022 और 2023 इन तीन वर्षों के पुरस्कारों की घोषणा संस्था के अध्यक्ष प्रदीप दाते और पुरस्कार समिति के संयोजक डॉ. राजेंद्र मुंढे ने की। ये सभी पुरस्कार अगले महीने संगठन की वार्षिक व्याख्यान श्रृंखला और साहित्य महोत्सव में प्रदान किए जाएंगे। सर्वश्रेष्ठ उपन्यास के लिए बाबा पद्मनजी उपन्यास पुरस्कार- क्रमशः 2020-21, 2022 और 2023 ईश्वर हलगरे, पुणे को ‘आरसा’, विजय जाधव, सांगली को ‘पाऊसकाळ’ और सुरेश पाटील, मुंबई को ‘अंतपार’ के लिए प्रदान किया जाएगा। बापूरावजी देशमुख कथा संग्रह पुरस्कार डॉ. भास्कर बड़े, लातूर, ‘बाईचा दगड’, डॉ. अशोक कौतिक कोळी, धुले को ‘कडीबंद’ और डॉ. प्रतिभा जाधव, नासिक के ‘दहा महिन्याचा संसार’ इस कहानी संग्रह को घोषित किया गया है। संत भगवान बाबा कविता संग्रह पुरस्कार समकालीन कविता धारा में उत्कृष्ट कविता संग्रह के लिए दिया जाता है। 2020-21 के लिए नामदेव कोळी, मुंबई के ‘काळोखाच्या कविता’ 2022 अजीम नवाज राही, साखरखेड़ा के ‘तळमळीचा तळ’ और 2023 के लिए ललित अधाने, संभाजीनगर ‘माही गोधडी छप्पन भोकी’ इन कविता संग्रह को चयनित किया गया है। बाल साहित्य लेखन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से ‘पद्माकर श्रावणे बालसाहित्य पुरस्कार’ दिए जाते हैं, 2020-21 प्रतिभा सराफ, मुंबई ‘मिठू मिठू’, 2022-वैजनाथ अनमुलवाड, नांदेड़, ‘रंग सारे मिसळू द्या!’ और 2023- सुमन नवलकर, मुंबई को ‘रोज नीव गोष्ट हवी’ इस पुस्तक के लिए सम्मानित किया जाएगा।
किसी अन्य भाषा से मराठी में अनूदित पुस्तक को पिछले सात वर्षों में अनुवाद पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। यह पुरस्कार 2020-21 में प्रमोद मुजुमदार, पुणे द्वारा लिखित ‘उम्मने कुलसुम (कुलसुम पारेख)’, 2022 में पृथ्वीराज तौर/स्वाती दामोदर, नांदेड़ द्वारा संयुक्त रूप से अनूदित ‘स्त्रीकोश: भारतीय स्त्री कविता’ और 2023 में रचना, अहिल्यानगर द्वारा लिखित ‘यज्ञ और अन्य कविताएँ (पारमिता षडंगी)’ को दिया जाएगा। मराठी में स्त्रीवादी साहित्य और आंदोलन को प्राथमिकता देने वाले साहित्यिक कार्य को अंजनाबाई इंगले स्त्रीवादी साहित्य पुरस्कार दिया जाता है। 2020-21 में डॉ. दादा गोरे, संभाजीनगर, ‘स्त्रियांचे समकालीन साहित्य’, 2022 डॉ. सुनीता सावरकर, ‘ढोर चांभार स्त्रियांच्या आंबेडकरी जाणिवांचा परीघ’ और 2023 का किरण डोंगरदिवे, मेहकर की ‘काव्य प्रदेशातील स्त्री’ इस पुस्तक को पुरस्कार दिया जाएगा।
उपन्यास, कहानी, कविता संग्रह और बाल साहित्य पुरस्कार के रूप में पांच हजार रुपये नकद, प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह दिया जाता है, जबकि अंजनाबाई इंगळे स्त्रीवादी साहित्य पुरस्कार दस हजार रुपये नकद, प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह के रूप में दिया जाता है। इस पुरस्कार के लिए महाराष्ट्र और वृहद महाराष्ट्र के प्रतिष्ठित प्रकाशन गृहों और प्रतिष्ठित लेखकों से प्राप्त साहित्यिक कृतियों में से सर्वश्रेष्ठ पुस्तक का चयन किया जाता है। पुरस्कार समारोह मार्च माह में प्रतिष्ठित साहित्यकारों की उपस्थिति में वर्धा में आयोजित किया जाएगा इसकी घोषणा अलग से की जाएगी। उक्त जानकारी डॉ. राजेंद्र मुंढे, उपाध्यक्ष प्रो. शेख हाशम तथा सचिव संजय इंगळे तिगावकर ने दी है।