इंडिया रिपोर्टर लाइव
इंफाल 03 नवंबर 2023। हिंसाग्रस्त मणिपुर के मोरेह शहर में सुरक्षा बलों ने उग्रवादियों, विशेष रूप से म्यांमार के घुसपैठियों को बाहर निकालने के लिए अभियान शुरू किया है। इसके बाद असम राइफल्स के कम से कम 200 जवानों को मोरेह में एयरलिफ्ट किया गया है। उग्रवादियों पर हाल के हमलों में शामिल होने का संदेह है, जिसमें एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की मौत हो गई थी। इंफाल से 110 किमी दूर सीमावर्ती शहर मोरेह में मंगलवार को उग्रवादियों के दो अलग-अलग हमलों में क्षेत्र के उप-विभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) चिंगथम आनंद कुमार की मौत हो गई और तीन कांस्टेबल गोली लगने से घायल हुए थे। इस हमलों के बाद से मोरेह में हाई अलर्ट जारी किया गया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आतंकवाद विरोधी अभियान के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को हवाई मार्ग से भेजा गया है। साथ ही कुछ जवानों को सड़क मार्ग से भी मोरेह भेजा गया है। यह अभियान उन आतंकवादियों की पहचान करने के लिए है, जो शहर में छिपे हुए हैं या भारत-म्यांमार सीमा से देश में घुस आए हैं। उन्होंने कहा, असम राइफल्स आतंकवाद विरोधी अभियानों में अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर अभियान का अंजाम दे रही है।
मणिपुर में तीन मई से शुरू हुई जातीय हिंसा में अब तक 178 लोगों की जान जा चुकी है। मोरेह में असम राइफल्स की तैनाती महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि केंद्रीय अर्धसैनिक बल भारत-म्यांमार सीमा की सुरक्षा का जिम्मा संभाल रहा है। बल के खुफिया अधिकारी कुकी बहुल तेंगनौपाल जिले के मोरेह में भी गहराई नजर रखे हुए हैं। सुरक्षा बल म्यांमार के उग्रवादियों की तलाश कर रहे हैं, जिन पर मणिपुर हिंसा में शामिल होने का शक है। मंगलवार को सुरक्षा बलों ने मोरेह में कम से कम 32 म्यांमार नागरिकों को हिरासत में लिया, जिनमें से 10 को विदेशी हिरासत केंद्र में भेज दिया गया है।