‘नायक’ की तरह उत्तराखंड में एक दिन की सीएम बनीं सृष्टि गोस्वामी

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इंडिया रिपोर्टर लाइव

देहरादून 24 जनवरी 2021। फिल्म ‘नायक’ के एक दिन के सीएम की कहानी आज उत्तराखंड में राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर आज हरिद्वार की सृष्टि गोस्वामी उत्तराखंड की एक दिन की मुख्यमंत्री बनी हैं। विधानसभा में उनका स्वागत किया गया। इसके बाद उन्होंने विधानसभा में विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठक ली। उत्तराखंड के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि कोई लड़की राज्य की मुख्यमंत्री बनेगी।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि बेटियों को कोई कम न समझे, वे रिकॉर्ड तोड़ रही हैं। परिवार हो या समाज उसमें उनकी बराबरी की सहभागिता होनी चाहिए। बालिका दिवस के उपलक्ष्य में उन्होंने कहा कि बालिकाएं हों या महिलाएं, वे अपने पैरों पर खड़ी हों। अब बेटियों को कोई कम न समझे, उन्हें सभी सपोर्ट करें।

सेना में भी बेटियां जा रही हैं। उन्होंने कहा कि हमारी बेटियों को लेकर एक तरह की धारणा बनी है, उस धारणा को तोड़ने का काम करें। परिवार हो या समाज हो, उसमें उनकी बराबर की सहभागिता होनी चाहिए।

बाल विधायक भी चुनी जा चुकी हैं सृष्टि 

हरिद्वार जिले के बहादराबाद विकासखंड के दौलतपुर गांव की बेटी सृष्टि गोस्वामी 2018 में बाल विधानसभा में बाल विधायक भी चुनी जा चुकी हैं। वर्ष 2019 में सृष्टि गर्ल्स इंटरनेशनल लीडरशिप के लिए थाईलैंड में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। सृष्टि पिछले दो साल से ‘आरंभ’ नामक योजना चला रही हैं। इसमें क्षेत्र के गरीब बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित करने के साथ मुफ्त में किताबें भी मुहैया कराती हैं।

सृष्टि रुड़की के बीएसएम पीजी कॉलेज की बीएससी एग्रीकल्चर की छात्रा हैं। पिता प्रवीण पुरी दौलतपुर गांव में किराने की छोटी सी दुकान चलाते हैं। मां सुधा गोस्वामी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं। छोटा भाई श्रेष्ठ पुरी कक्षा 11 का छात्र है। उसके पिता प्रवीण पुरी ने बताया कि सृष्टि पर पूरे गांव को गर्व है। सृष्टि मीडिया कर्मियों से बातचीत करने से बचती रहीं।

हर बेटी के माता-पिता को होगा गर्व

सृष्टि की मां सुधा गोस्वामी को बेटी पर गर्व है। सुधा का कहना है कि बेटियां किसी भी क्षेत्र में बेटों से पीछे नहीं हैं। बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए माता-पिता का सहयोग और प्रेरणा जरूरी है। सृष्टि ने जो मुकाम हासिल किया है उससे हर बेटी के माता-पिता को गर्व होगा।

नवनीत कौर बनीं एक दिन की प्रधानाचार्या

राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर खानपुर में कक्षा 12 की छात्रा नवनीत कौर को एक दिन की प्रधानाचार्य बनाया गया। राष्ट्रीय सेवा योजना की स्वयंसेवी छात्रा नवनीत कौर ने कहा कि वर्तमान में बालिकाएं पूरी दुनिया में अपना लोहा मनवा रही हैं। छात्रा ने बालिकाओं को आगे आकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने का आह्वान किया। 

कॉलेज प्रधानाचार्य डॉ. घनश्याम गुप्ता ने नवनीत कौर को विधिवत प्रधानाचार्य का सामान्य प्रभार दिया। नवनीत कौर ने कहा कि कोई भी दायित्व हासिल कर लेना बहुत आसान है, जबकि उसका निर्वहन करना बहुत ही कठिन है। डॉ. घनश्याम गुप्ता ने सभी छात्राओं को बालिका दिवस की बधाई दी। कहा कि एक लड़की शादी के बाद दो घरों का चिराग रोशन करती है, इसलिए बेटी को आगे बढ़ाना बहुत जरूरी है।

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