
इंडिया रिपोर्टर लाइव
इंफाल 24 जून 2023। मणिपुर में मौजूदा स्थिति पर चर्चा के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक शनिवार को दिल्ली में शुरू हुई। मणिपुर में मेइती और कुकी समुदायों के बीच पिछले महीने तीन मई को भड़की हिंसा में अब तक लगभग 120 लोगों की मौत हो चुकी है और तीन हजार से अधिक लोग घायल हुए हैं। बैठक में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वामदलों समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता हिस्सा ले रहे हैं।
मेइती समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) श्रेणी में शामिल करने की मांग का विरोध करने के लिए छात्रों के एक संगठन द्वारा तीन मई को आहूत ‘आदिवासी एकता मार्च’ में हिंसा भड़क गई थी। शाह ने पिछले महीने चार दिन के लिए राज्य का दौरा किया था और मणिपुर में शांति बहाल करने के अपने प्रयासों के तहत विभिन्न वर्गों के लोगों से मुलाकात की थी। विपक्षी दल स्थिति से निपटने के तरीके को लेकर सरकार की आलोचना कर रहे हैं क्योंकि 50 दिन के बाद भी हिंसा नहीं रुकी है।
मणिपुर में हिंसा को लेकर विपक्ष ने पीएम मोदी को घेरा
मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने सर्वदलीय बैठक में पीएम की गौरमौजूदगी को लेकर भी सवाल उठाए हैं। पीएम मोदी के अमेरिकी दौरे को लेकर तंज कसते हुए कहा था कि मणिपुर को जलता छोड़कर पीएम विदेशी दौरे पर जा रहे हैं। कांग्रेस ने कहा कि मणिपुर के प्रति प्रधानमंत्री की कोई सहानभूति नहीं है। इसके बाद कांग्रेस समेत 10 दलों ने केंद्र को पत्र लिखकर सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की थी।