गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं के लिए व्यवस्था में कसावट लाने के निर्देश
इंडिया रिपोर्टर लाइव
रायपुर. 17 जुलाई 2020। स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने आज प्रदेश के सभी शासकीय मेडिकल कॉलेजों के अधिष्ठाताओं की बैठक लेकर व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने मेडिकल कॉलेजों से संबद्ध अस्पतालों में मौजूदा चिकित्सा सेवाओं की भी समीक्षा की। श्री सिंहदेव ने कुशल डॉक्टर तैयार करने अध्ययन-अध्यापन की बेहतर सुविधा के साथ ही मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं के लिए मौजूदा व्यवस्था में कसावट लाने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य मंत्री के सिविल लाइन स्थित निवास कार्यालय में आयोजित बैठक में संसदीय सचिव विनोद सेवन चन्द्राकर, चिकित्सा शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव श्रीमती रेणु जी. पिल्लै और स्वास्थ्य विभाग की सचिव श्रीमती निहारिका बारिक सिंह भी मौजूद थीं।
स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव ने बैठक में मेडिकल कॉलेजों को बजट आबंटन, व्यय, उपकरणों और दवाईयों की खरीदी, सुरक्षा, साफ-सफाई, भर्ती, पदोन्नति, आयुष्मान भारत योजना के बीमा दावों के पंजीयन, प्रस्तावित एवं निर्माणाधीन कार्यों तथा डॉक्टरों एवं अन्य मेडिकल स्टॉफ की उपलब्धता की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञ स्वास्थ्य सेवाओं के लिए अलग-अलग अंचलों में संचालित मेडिकल कॉलेजों से लोगों को बड़ी उम्मीदें हैं। उन्हें गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं लगातार मिल सकें, इसके लिए मेडिकल कॉलेजों के संसाधनों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
श्री सिंहदेव ने छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉर्पोरेशन के माध्यम से मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में अच्छी गुणवत्ता की दवाईयों की आपूर्ति के निर्देश दिए। उन्होंने राजनांदगांव, बिलासपुर और अंबिकापुर मेडिकल कॉलेजों में कोविड-19 की आरटीपीसीआर जांच जल्द शुरू करने कहा। स्वास्थ्य मंत्री ने आयुष्मान भारत योजना के तहत बीमा दावों के भुगतान के लिए पंजीयन के काम में तेजी लाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने सभी अधिष्ठाताओं को रिक्त पदों पर भर्ती और पदोन्नति के लिए आवश्यक कार्यवाही करने कहा। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त डॉ. सी.आर. प्रसन्ना, स्वास्थ्य सेवाओं के संचालक नीरज बंसोड़, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला, चिकित्सा शिक्षा विभाग के संचालक डॉ. एस.एल. आदिले और डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय के मेडिकल अधीक्षक डॉ. विनित जैन भी उपस्थित थे।