बच्चों को पढ़ाने के साथ लिया पढ़ई तुंहर दुआर योजना के क्रियान्वयन का जायजा
इंडिया रिपोर्टर लाइव
रायपुर, 26 सितम्बर 2020।शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डाॅ आलोक शुक्ला आज बस्तर जिले के मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर कोरोना काल में बच्चों को उपलब्ध कराई जा रही शिक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
डाॅ. शुक्ला ने कंगोली पटेलपारा में, पोटानार और सिंघनपुर में संचालित मोहल्ला कक्षाओं का जायजा लिया और आम, बरगद व पीपल की छांव तले पढ़ने के लिए जुटे बच्चों को स्वयं भी पढ़ाया। वे केबल टीवी के माध्यम से ली जा रही वर्चुअल क्लास के लिए वृंदावन काॅलोनी में बनाए गए स्टूडियो में भी पहुंचे और बच्चों तक शिक्षा देने के लिए वालिंटियर्स द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने मोहल्ला कक्षाओं में बच्चों को दी रही शिक्षा को बेहतर बनाने के सुझाव भी दिए। उन्होंने सिंघनपुर में स्मार्ट टीवी के माध्यम से ली जा रही कक्षा का जायजा भी लिया। उन्होंने इस दौरान बताया कि पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम के लिए लगभग 20 हजार वीडियो तैयार किए गए हैं तथा इन वीडियो को डाउनलोड कर बच्चों को दिखाया जा सकता है। यह सारे वीडियो बच्चों की पढ़ाई में सहायता करेंगे।
उन्होंने स्वामी विवेकानंद अंग्रेजी स्कूल का अवलोकन करने के साथ ही शिक्षकों से भी चर्चा की। उन्होंने बच्चों के चहुमुंखी विकास पर जोर देते हुए कहा कि उन्हें कला, संस्कृति व खेल आदि क्षेत्र में पारंगत करने की आवश्यकता है। उन्होंने यहां प्रयोगशाला व पुस्तकालय निर्माण के संबंध में जरुरी निर्देश दिए।
जगदलपुर में बन रहे पुस्तकालय की हुई प्रशंसा
डाॅ. शुक्ला ने हाता ग्राउण्ड के सामने जगदलपुर में बन रहे पुस्तकालय भवन की जमकर प्रशंसा की। निरीक्षण के दौरान यहां के प्रभारी अधिकारी यशायाह वली ने बताया कि लायब्रेरी साईंस की परिकल्पना को साकार करता हुआ यह प्रदेश का पहला एजुकेशन हब है ।
बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक समाज के हर वर्ग के लिए लाभ के लिए इस पुस्तकालय का निर्माण किया जा रहा है। इसके भूतल में अखबार और पत्रिकाएं उपलब्ध रहेंगी, वहीं यहां हाॅल में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं के लिए संदर्भित ग्रंथ उपलब्ध कराया जाएगा। प्रथम तल में ई-लायब्रेरी बनाया जा रहा है, जहां ऑडियो, वीडियो, पीडीएफ आदि सामग्री व टेक्स्ट उपलब्ध रहेंगे। सबसे ऊपरी मंजिल 14 वर्ष तक के स्कूली बच्चों के लिए रहेगी। यहां भारत का थ्री डी नक़्शा बनाया जाएगा, जिससे बच्चों को देश की भौगोलिक जानकारी बेहतर होगी। गणित को तेजी से सीखने के लिए अबेकस और शतरंज व लूडो आदि खेल भी उपलब्ध रहेंगे। यहां काउंसलर्स भी उपलब्ध कराए जाएंगे। यहां ऑनलाईन कक्षाओं की रिकार्डिंग के लिए स्टूडियो का निर्माण भी किया जा रहा है। बुजुर्गों के पठन-पाठन के लिए पत्र-पत्रिकाओं के साथ-साथ संगोष्ठी की व्यवस्था भी रहेगी। यहां जिलास्तरीय प्रोफेशनल लर्निंग कम्यूनिटी ऑफ टीचर्स की बैठकें भी आयोजित होंगी। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए विभिन्न कक्षाओं के बच्चों को विशेष प्रशिक्षण की व्यवस्था भी की जा रही है।
इस दौरान जिला कलेक्टर रजत बंसल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी इंद्रजीत चंद्रवाल, सहायक कलेक्टर सुश्री रेना जमील, शिक्षा विभाग के संयुक्त संचालक ए एल राठिया, जिला शिक्षा अधिकारी राजेन्द्र झा, राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा मिशन की जिला समन्वयक सुश्री भारती प्रधान जिला मिशन समन्वयक अशोक पाण्डे, सहायक परियोजना समन्वयक गणेश तिवारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।