आरंग। प्रदेश भर में हाथियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. गांव में विचरण करने पहुंचे हाथियों के दल को पास से देखने जाना दोस्तों को भारी पड़ गया. आरंग क्षेत्र में हाथियों के दल ने 45 वर्षीय बसंत बंजारे को कुचलकर मौत के घाट उतार दिया. जबकि दूसरे साथी ने भाग कर अपनी जान बचाई. हालांकि उसे भी हाथी के हमले से चोट आई है.
वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि आरंग के ग्राम चिखली में आज सुबह 13 से 15 हाथियों के दल ने सिरपुर से महानदी पार करते हुए ग्राम चिखली पहुंचे गए. हाथियों का दल गांव के नर्सरी में घूम रहा था जिसे देखने के लिए मृतक बसंत बंजारे अपने साथियों दयालु गेन्द्रे, अवध बंजारे और बुध्वस्त बंजारे के साथ पहुंचा था.
नर्सरी में पेड़-पौधे घने होने से इन सबको अंदाज़ा नहीं था कि हाथी इनके पास में ही है. हाथियों को जैसे ही इनके आने की आहट मिली वे उग्र हो गए है और लोगों की तरफ दौड़ पड़े. हाथी से बचने के लिए पांचों लोग भागने लगे, लेकिन बसंत बंजारे जमीन पर गिर गया और हाथी ने उसे उठा कर जमीन पर पटक दिया. जिससे उसकी मौके में ही मौत हो गई. वही उसके साथी दयालु को हाथी ने धक्का मार दिया जिससे वो घायल हो गया है.
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन और आरंग पुलिस की टीम मौके पर पहुँच गई है. वही वन विभाग की टीम घटना के बाद से हाथियों के दल पर सतत निगरानी बनाये हुए है. मृतक बसंत बंजारे के शव को पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
ग्रामीणों ने बताया कि मृतक बसन्त बंजारे सिमगा के ग्राम दुलदुला का रहने वाला है. वह कल कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर महानदी में स्नान करने अपने रिश्तेदार के यहाँ आया हुआ था. गांव में हाथी के आने की सूचना पाकर वह अपने मित्रों के साथ हाथी देखने चला गया था.