98 फीसदी खसरा और 97 फीसदी खातों में किया जा चुका है डिजिटल हस्ताक्षर
इंडिया रिपोर्टर लाइव
सुकमा, 16 जुलाई 2020। नक्शा-खसरा जैसे जमीन से जुड़े महत्चवपूर्ण दस्तावेज आसानी से भू-स्वामियों को उपलब्ध कराने के लिए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा ऑनलाईन उपलब्ध कराने की पहल की गई। लोगों में स्मार्टफोन के बढ़ते चलन के कारण भुईयां और भू-नक्शा मोबाईल एप्प भी उपलब्ध कराया गया। शासन द्वारा अद्यतन स्थिति में भूमि का दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए डिजिटल हस्ताक्षर अनिवार्य किया गया है, जिससे दस्तावेज की प्रमाणिकता साबित हो। शासन द्वारा लोगों को त्वरित गति से भूमि के प्रमाणिक दस्तावेज उपलब्ध कराने के शासन के इस लक्ष्य को प्राप्त करने में अब तक सुकमा जिले ने प्रदेश के सभी जिलों को पछाड़कर पहला स्थान प्राप्त कर लिया है। सुकमा जिले में 98 प्रतिशत खसरे और 97 प्रतिशत खातों को डिजिटल हस्ताक्षर से सत्यापित कर लिया गया है। जिले में तीन तहसीलों के 342 राजस्व ग्रामों में लगभग 2 लाख 35 हजार खसरा और 38 हजार खाते हैं, जिसमें से 2 लाख 96 हजार खसरा व 37 हजार खातों को डिजिटल हस्ताक्षर से सत्यापन किया जा चुका है। शेष खसरा व खातों का डिजिटल सिग्नेचर कार्य निरंतर जारी है। डिजिटल हस्ताक्षर में छत्तीसगढ़ में धमतरी और महासमुंद जिला क्रमशः दूसरे व तीसरे स्थान पर हैं।
राजस्व दस्तावेजों के डिजिटल हस्ताक्षर का कार्य जिले के सुकमा, कोन्टा, और छिन्दगढ़ तहसील में निरंतर कार्य किया जा रहा है। डिजिटल हस्ताक्षर से राजस्व रिकार्ड दुरूस्त भी रहेगा। भूमि व्यवस्था को त्रुटि रहित रखने के लिए ही डिजिटल सिग्नेचर शुरू किया गया हैं। राजस्व विभाग की खसरा और बी-1, नक्शा डिजिटल हस्ताक्षरयुक्त प्रतिलिपि किसान सीधे वेबासाइट से प्रिंट ले सकते है। लोक सेवा केन्द्र, सामान्य सेवा केन्द्र या किसी भी इंटरनेट युक्त कम्प्यूटर द्वारा राजस्व विभाग की वेबसाइट में जाकर भुईंया लिंक के माध्यम से खसरा और बी-1 की डिजिटल हस्ताक्षर युक्त प्रति प्राप्त की जा सकती है। ऑनलाइन प्रमाणित रिकार्ड मिलने से भू-स्वामियों को कार्यालय के चक्कर लगाने से राहत मिली है।