इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 25 जनवरी 2021। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उन 32 बच्चों से बात कर रहे हैं जिन्हें इस साल प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए चुना गया है। इस दौरान पीएम मोदी ने बाल पुरस्कार विजेता सभी बच्चों को बधाई देते हुए कहा कि आपकी तरह मैं भी आपसे मिलने का इंतजार कर रहा था, लेकिन कोरोना की वजह से हमारी वर्चुअल मुलाकात हो रही है।
कला संस्कृति के क्षेत्र में 7 बच्चों, इनोवेशन के क्षेत्र में 9 बच्चों, शिक्षा के क्षेत्र में 5 बच्चों, खेल की कैटेगरी में 7 बच्चों और बहादुरी के लिए 3 बच्चों को पुरस्कार।
कम उम में भी आपके ये काम हैरान करने वाले हैं
प्रधानमंत्री ने सभी विजेताओं को बधाई दी। उन्होंने कहा कि प्यारे बच्चों आपने जो काम किया है, आपको जो पुरस्कार मिला है वो इसलिए भी खास है कि आपने ये काम कोरोना काल में किया है। इतनी कम उम में भी आपके ये काम हैरान करने वाले हैं। आपमें से ही कल देश के खिलाड़ी, वैज्ञानिक, सीईओ भारत का गौराव बढ़ाएंगे।
पीएम मोदी ने काम्या कार्तिकेयन से बात की
पर्वतारोहण के क्षेत्र में पुरस्कार विजेता काम्या कार्तिकेयन से प्रधानमंत्री ने बात की। उन्होंने पूछा कि आपने कोरोना के काल में क्या किया। आप खाली तो नहीं बैठी होंगी। इसके जवाब में काव्या ने कहा कि मै दक्षिण अफ्रीका की एक पहाड़ी पर फतह करने के लिए अगली ट्रेनिंग कर रही हूं। कोरोना काल में भी मैंने ट्रेनिंग की। अभी मैं गुलमर्ग में हूं। मैंने कोरोना को एक अवसर समझा। इस टाइम में मैं क्यंकि पर्वत पर नहीं चढ़ सकती इसलिए दूसरों को वेबिनार के जरिए प्रेरणा दे रही हूं।
पीएम ने सविता कुमारी से की बात
प्रधानमंत्री ने खेल के क्षेत्र में पुरस्कार प्राप्त करने वाली झारखंड की सविता कुमारी से बात की। प्रधानमंत्री ने कहा कि आपको तीरंदाजी की प्रेरणा कहां से मिली और आप कहां तक पहुंचना चाहती है। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि मैं देश के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल लाना चाहती हूं। जब देश का राष्ट्रीय गान बजता है तब मुझे अच्छा लगता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि झारखंड की बेटियां काफी कमाल करती हैं। सविता आपको मेरा बहुत-बहुत आशीर्वाद।
पीएम ने वनीश किशम से की बात
प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने उत्कृष्ट पेटिंग बनाने वाली मणिपुर की वनीश किशम से बात की। उन्होंने पूछा कि आपके माता पिता ये तो नहीं कहते कि आप खाना पकाओ, ये क्या पेटिंग करती रहती हो तो किशम ने कहा कि नहीं उन्होंने मुझे बहुत सपोर्ट किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री को एक गाना भी गाकर सुनाया।
बच्चों ने कोरोना से मुकाबला करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है
कोरोना ने निश्चित तौर पर सभी को प्रभावित किया है। लेकिन एक बात मैंने नोट की है कि देश के बच्चे, देश की भावी पीढ़ी ने इस महामारी से मुकाबला करने में बहुत भूमिका निभाई है। साबुन से 20 सेकेंड हाथ धुलना हो ये बात बच्चों ने सबसे पहले पकड़ी। पीएम ने कहा कि कोई खेल के क्षेत्र में देश का नाम रौशन कर रहा है। कोई अभी से ही रिसर्च और इनोवेशन कर रहा है। आपमें से ही कल देश के खिलाड़, वैज्ञानिक, नेता, देश के बड़े-बड़े CEO भारत का गौरव बढ़ाने की परंपरा दिखाई देगी।
आप सब खुद इसका कितना बड़ा उदाहरण है
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस बातचीत से आप सभी को मिले अवॉर्ड से ये समझ आता है कि कैसे जब एक छोटा आइडिया जब एक राइट एक्शन के साथ जुड़ता है तो कितने बड़े और प्रभावशाली रिजल्ट आते हैं। आप सब खुद इसका कितना बड़ा उदाहरण है। आपकी सफलता ने कई लोगों को प्रेरित किया है। आपके दोस्त, साथी और देश के दूसरे बच्चे, जो आपको टीवी पर देख रहे होंगे, तो वो भी आपसे प्रेरणा लेकर आगे बढ़ेंगे। नए संकल्प लेंगे और उन्हें पूरा करने के लिए भरसक प्रयास करेंगे।
पीएम ने बच्चों से कहीं तीन बातें
1. मैं तीन बातें आपसे कहना चाहता हूं। पहली- निरंतरता का संकल्प। यानी आपके काम की गति कभी रुकनी नहीं चाहिए। दूसरी- देश के लिए संकल्प। जो काम करें, वो सिर्फ अपना काम मानकर न करें, जब आप देश के लिए काम करेंगे, तो आपका काम बहुत बड़ा हो जाएगा। तीसरा- विनम्रता का संकल्प। हर सफलता के साथ आपको और भी विनम्र होने का संकल्प लेना चाहिए। आप विनम्र होंगे, तो आपकी सफलता को हजारों और लोग भी आपके साथ मिलकर सेलिब्रेट करेंगे।
2. आपको इस सफलता की खुशी में खो नहीं जाना है। जब आप यहां से जाएंगे तो लोग आपकी खूब तारीख करेंगे। लेकिन आपको ध्यान रखना है कि ये तारीफ आपके कर्म के कारण है। तारीफ में भटककर यदि आप रुक गए तो ये तारीफ आपके लिए बाधा बन सकती है।
3. हर बच्चे की प्रतिभा उनका टैलेंट देश का गौरव बढ़ाने वाला है। मेरा मन है कि आप सभी से बात करता रहूं। आप एक भारत-श्रेष्ठ भारत की बहुत ही सुंदर अभिव्यक्ति हैं।
कोरोना ने निश्चित तौर पर सभी को प्रभावित किया
आपकी सफलता ने कई लोगों को प्रेरित किया है। आपके दोस्त, साथी और देश के दूसरे बच्चे, जो आपको टीवी पर देख रहे होंगे, तो वो भी आपसे प्रेरणा लेकर आगे बढ़ेंगे। नए संकल्प लेंगे और उन्हें पूरा करने के लिए भरसक प्रयास करेंगे।
प्यारे बच्चों, इस बातचीत से आप सभी को मिले अवॉर्ड से ये समझ आता है कि कैसे जब एक छोटा आइडिया जब एक राइट एक्शन के साथ जुड़ता है तो कितने बड़े और प्रभावशाली रिजल्ट आते हैं। आप सब खुद इसका कितना बड़ा उदाहरण है।
कोरोना ने निश्चित तौर पर सभी को प्रभावित किया है। लेकिन एक बात मैंने नोट की है कि देश के बच्चे, देश की भावी पीढ़ी ने इस महामारी से मुकाबला करने में बहुत भूमिका निभाई है। साबुन से 20 सेकेंड हाथ धुलना हो ये बात बच्चों ने सबसे पहले पकड़ी।
हर साल अपनी पसंद की एक आत्मकथा पढ़ें
जब आप देश के लिए काम करते हैं, तो आप जो करते हैं उसका परिमाण आकार में कई गुना बढ़ जाता है। आपके सोचने का तरीका भी बहुत बदल जाता है और बढ़ जाता है। आप सभी को भी विनम्रता का संकल्प लेना चाहिए। आपकी उपलब्धियों को उन्नत विनम्रता वाला होना चाहिए।
आपको हर साल अपनी पसंद की कम से कम एक आत्मकथा अवश्य पढ़नी चाहिए। यह एक खिलाड़ी, एक लेखक, एक वैज्ञानिक, एक किसान, एक दार्शनिक – कोई भी व्यक्ति हो सकता है। इससे आपको अपने जीवन में नई प्रेरणा मिलती रहेगी।