रायपुर 10 जुलाई 2021। कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के चलते देश भर में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए थे। छत्तीसगढ़ में भी स्कूल पिछले साल से बंद हैं, लेकिन अब मांग उठ रही है कि स्कूल शुरू किए जाने चाहिए। इसे लेकर प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने सर्वे किया है, जिसमें 6वीं से 12वीं तक के छात्रों के माता-पिता ने कहा कि स्कूल शुरू कर दिए जाने चाहिए। प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के सर्वें में 12 जिलों के 2,000 से ज्यादा अभिभावकों ने स्कूल दोबारा खोले जाने की राय दी है। 6वीं से 12वीं तक के छात्रों के अभिभावकों ने कहा कि स्कूल शुरू कर दिए जाने चाहिए। हालांकि, ऑनलाइन क्लासेस जारी हैं, मगर पैरेंट्स का मानना है कि क्लास में बैठकर पढ़ने से बच्चों की तैयारी बेहतर होगी।
छोटे बच्चों की सता रही चिंता
प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के सर्वें में छठवीं से निचली कक्षा के बच्चों के माता-पिता भी शामिल किए गए। इस वर्ग में कोरोना संक्रमण को लेकर डर ज्यादा है। हालांकि, इन कक्षाओं के बच्चे छोटे होते हैं, लिहाजा ज्यादातर माता-पिता नहीं चाहते कि इस वक्त छठवीं से निचली कक्षाओं के लिए स्कूल खुलें। प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन की तरफ से कई ग्रामीण इलाकों में मोहल्ला क्लास की स्थिति का भी जायजा लिया गया। इसमें पाया गया कि बहुत से इलाकों में मोहल्ला क्लास भी नहीं लग रही। छोटे बच्चों को ऑनलाइन क्लास की सुविधा भी पूरी तरह से नहीं मिल रही है।
सभी जिलों की रिपोर्ट सरकार को देगा एसोसिएशन
प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन से जुड़े एक सदस्य ने बताया कि इस सर्वे में 22 जिलों को शामिल किया गया है। 12 जिलों से इनपुट मिल चुका है। ये सर्वे गूगल फॉर्म पर किया जा रहा है। अभिभावक से इस फॉर्म में सवाल पूछे जा रहे हैं जैसे- क्या वो अब बच्चों को स्कूल भेजना चाहते हैं? माना जा रहा है 15 जुलाई तक सभी 22 जिलों से सर्वे की पूरी जानकारी एसोसिएशन के पास आ जाएगी। इसके बाद 17 जुलाई को शिक्षा मंत्री से मिलकर स्कूल एसोसिएशन आंकड़ों के साथ जानकारी देकर स्कूल शुरू किए जाने की मांग करेगा। इस सर्वे में प्रदेश के 4000 अभिभावकों को शामिल किया जा रहा है।