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बलरामपुर 22 दिसम्बर 2021 । छत्तीसगढ़ और झारखंड की सीमा पर बसे बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में नक्सली गतिविधियों फिर तेज होने लगी हैं। अति संवेदनशील समरीपाठ थाना क्षेत्र में माओवादी बड़ी वारदात की फिराक में थे, लेकिन सीआरपीएफ व पुलिस के जवानों ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। जवानों ने सात IED, टिफिन बम, तार व डेटोनेटर बरामद किया है, जिसे नष्ट किया गया है। 250 जवानों की संयुक्त टीम को दो दिनों की सर्चिंग के बाद सफलता मिली है।
बलरामपुर एसपी रामकृष्ण साहू ने बताया कि सामरीपाठ थाना क्षेत्र के चुनचुना, पुन्दाग, पचपेड़ी, भुताही मोड़ एवं बंदरचुंआ क्षेत्र में नक्सलियों की मौजूदगी व आईईडी प्लांट किए जाने की सूचना मिली थी। विशेष नक्सल ऑपरेशन के लिए एएसपी प्रशांत कतलम द्वारा विशेष टीम गठित की गई। सीआरपीएफ व पुलिस की संयुक्त टीम ने पुन्दाग एवं आस-पास के गांवों तक सर्चिंग अभियान चलाया। पहले दिन भुताही मोड़ तक सफलता नहीं मिली। दूसरे दिन भुताही मोड़ से डेढ़ किलोमीटर दूर पहाड़ी में विद्युत तार दिखने की सूचना मिली। मौके की सघन तलाशी लेने पर जमीन के अंदर से सड़क तक तार बिछाया गया था और उसमें आईईडी टिफिन बम प्लांट किया गया था।
फोर्स को नुकसान पहुंचाना चाहते थे नक्सली
एसपी रामकृष्ण साहू ने बताया कि माओवादियों ने सुरक्षा बलों को नुकसान उद्देश्य से अलग-अलग जगहों पर टिफिन बम लगाया था। सर्चिंग टीम द्वारा कुल 7 नर आईईडी बरामद किया गया है, जिसे सावधानी से निकाला गया और नष्ट किया गया। इस अभियान में सीआरपीएफ डीआईजी व्ही. राजू, अजय कुमार सोहनलाल चौधरी, राम बहादुर, रूपेश कुंतल एक्का, BDS टीम प्रभारी मंजीत सिंह, सीआरपीएफ 62वीं बटालियन के डी एवं जी कंपनी समेत कुल 250 का बल सर्चिंग अभियान में शामिल रहा। बता दें कि यह इलाका झारखंड की सीमा से लगा क्षेत्र है। इस क्षेत्र में माओवादी की आमदरफ्त की लगातार सूचना आती रहती है।