इंडिया रिपोर्टर लाइव
चंडीगढ़ 25 मई 2022। पंजाब के सीएम भगवंत मान ने मंगलवार को अपनी ही टीम पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ कर अपने कुनबे को संदेश दे दिया है कि भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस रहेगा और कोई बख्शा नहीं जाएगा। लिहाजा भगवंत मान के इस एक्शन का असर जमीनी स्तर पर होने की उम्मीद है और उन तमाम विधायकों व मंत्रियों को संदेश दे दिया है, जिनके खिलाफ शिकायतों का लंबा चौड़ा अंबार चंडीगढ़ से लेकर दिल्ली तक लग गया था।
23 मई को ही आम आदमी पार्टी (आप) के एक विधायक, उनकी पत्नी और बेटे को 11 साल पुराने मामले में तीन साल की सजा सुनाई गई। पंजाब के पटियाला (ग्रामीण) से विधायक बलबीर सिंह और अन्य पर उनकी एक रिश्तेदार पर हमला करने का आरोप है। हालांकि, रूपनगर के अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रविइंदर सिंह ने बलबीर सिंह, उनकी पत्नी रुपिंदर कौर, बेटे राहुल और एक अन्य व्यक्ति को सजा सुनाने के बाद जमानत दे दी।
हाल ही में धोखाधड़ी के मामले में सीबीआई ने आम आदमी पार्टी के विधायक जसवंत सिंह गज्जनमाजरा के परिसरों पर छापा मारा था। आप विधायक पर 40 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी का आरोप है। बैंक धोखाधड़ी मामले में सीबीआई ने पंजाब में गज्जनमाजरा के तीन ठिकानों पर दबिश दी थी।
बता दें कि पंजाब विधानसभा में पहुंचे 52 विधायकों पर आपराधिक केस दर्ज हैं और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने आप को पंजाब में बहुमत मिलने के बाद चेतावनी दी थी कि अगर उनका कोई मंत्री संतरी या विधायक भ्रष्टाचार में लिप्त पाया गया तो बख्शा नहीं जाएगा। पार्टी के उच्चपदस्थ सूत्रों के मुताबिक सीएम भगवंत मान के पास कई विधायकों की शिकायतें आ रही थीं। सीएम मान भी बार-बार अपने विधायकों को समझा रहे थे और चेतावनी दे रहे थे कि लोगों ने उन पर बहुत बड़ा विश्वास कर सत्ता को सौंपा है और हमें बदलाव दिखाना चाहिए। पिछले दिनों दोआबा के दो विधायकों पर पैसे मांगने के आरोप भी लगे, जिसकी शिकायत सीएम दरबार तक पहुंची थी।
मंगलवार को जिस तरह सीएम भगवंत मान ने अपने ही कुनबे पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ कर स्वास्थ्य मंत्री को न केवल बर्खास्त किया बल्कि जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। इससे उन आप विधायकों में खलबली मच गई है। पार्टी के एक उच्च अधिकारी ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पार्टी की नीति भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की है और आगे भी कुछ विधायकों को पार्टी से निलंबित किया जा सकता है।