इंडिया रिपोर्टर लाइव
29 मई 2022। शरीर को स्वस्थ और फिट बनाए रखने के लिए रोजाना कई प्रकार के पोषक तत्वों से भरपूर चीजों के सेवन की आवश्यकता होती है। पोटैशियम भी ऐसा ही एक अति आवश्यक मैक्रोमिनरल है। किडनी, हृदय से लेकर हड्डियों और तंत्रिका तंत्र को स्वस्थ बनाए रखने के साथ इनके कार्यों को आसान बनाने में पोटैशियम की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। आहार के माध्यम से इस पोषक तत्व की दैनिक आवश्यकताओं की आसानी से पूर्ति की जा सकती है।
शरीर में पोटैशियम की बहुत अधिक कमी हो जाने की स्थिति को हाइपोकैलिमिया के रूप में जाना जाता, जिसमें कब्ज, हृदय की समस्या, थकान और मांसपेशियों की कमजोरी की दिक्कत हो सकती है।
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए रोजाना 4,700 मिलीग्राम की मात्रा में पोटैशियम की जरूरत होती है। ऐसे में दैनिक आहार में उन चीजों को जरूर शामिल किया जाना चाहिए जिससे इस अति आवश्यक पोषक तत्व की आसानी से पूर्ति की जा सके। आइए जानते हैं कि पोटैशियम की कमी से किस तरह की समस्याओं का जोखिम हो सकता है, साथ ही इसकी जरूरतों को कैसे पूरा किया जाए?
पाचन से संबंधित दिक्कत
शरीर में पोटैशियम का स्तर कम होना पाचन तंत्र की समस्याओं को बढ़ा सकता है। पोटैशियम की कमी के कारण पाचन तंत्र कमजोर हो सकता है जिससे भोजन का सही पाचन नहीं हो पाता। इस स्थिति में पेट फूलने और कब्ज जैसी समस्याएं हो सकती हैं। हाइपोकैलिमिया की स्थिति में पाचन से संबधित समस्याओं को काफी सामान्य माना जाता है। यह दीर्घकालिक समस्याओं को भी बढ़ा सकती है।
मांसपेशियों से संबंधित समस्याएं
मांसपेशियों को स्वस्थ बनाए रखने में भी पोटैशियम की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। पोटैशियम, मस्तिष्क से मांसपेशियों तक संदेश भेजने और मांसपेशियों के संकुचन को नियंत्रित करने का काम करता है। पोटैशियम की कमी की स्थिति में आंतों की समस्या बढ़ने का भी खतरा हो सकता है। इस स्थिति में आंतों के लिए अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालना कठिन हो जाता है। इस तरह की समस्याओं से बचे रहने के लिए पोटैशियम का सेवन अवश्य करें।
ब्लड प्रेशर की समस्या
शरीर में पोटैशियम की कमी, रक्तचाप में वृद्धि का कारण बन सकती है। रक्त वाहिकाओं को आराम देने में पोटेशियम की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, ऐसे में इसकी कमी से वाहिकाओं को क्षति पहुंचने का खतरा हो सकता है। जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होती है उन्हें डॉक्टर सोडियम का सेवन कम करके पोटैशियम की मात्रा को बढ़ाने की सलाह देते हैं। हाई ब्लड प्रेशर की लंबे समय तक बनी रहने वाली समस्या हृदय रोगों के खतरे को बढ़ा सकती है।
पोटैशियम की पूर्ति कैसे करें?
पोटैशियम की दैनिक आवश्यकताओं की पू्र्ति के लिए स्वस्थ और संतुलित आहार पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। आहार में कई प्रकार के विटामिन्स और खनिजों से युक्त चीजों को अधिक से अधिक शामिल करें। किशमिश और खुबानी जैसे सूखे मेवे, बीन्स, दाल, आलू , पालक, ब्रोकली, एवोकाडो और केला जैसे फलों को पोटैशियम का अच्छा स्रोत माना जाता है। आहार में इन चीजों को जरूर शामिल करें।