इंडिया रिपोर्टर लाइव
गोंदीया 31 अगस्त 2022। महाराष्ट्र की राइस सिटी कहे जाने वाले गोंदिया जिले के धान खरीदी केंद्रों पर इस बार किसानों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा है. हालांकि, अब जहां खरीद में कुछ अनियमितता का निराकरण हो गया है. इसके बावजूद यहां केंद्र पर ऑनलाइन पंजीकरण नहीं होने से किसानों का अनाज नहीं लिया जा रहा है. इसलिए किसान नाराज़गी जता रहे हैं कि ख़रीदी केंद्र स्थापित करने से क्या फायदा. जिले के अर्जुनी तालुका के एक धान खरीदी केन्द्र पर हंगामा मच गया है.
धान को ऑफलाइन खरीदने के बाद उसका ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन क्यों नहीं हुआ. जबकि ऐसा करना जरूरी है, लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है. इससे उपार्जन केंद्र के कर्मचारियों और किसानों के बीच मतभेद पैदा हो गए हैं. जिसके कारण किसान अब विरोध कर रहे हैं. वहींं अब यह देखना होगा कि जिला विपणन अधिकारी ऐसे में क्या फैसला लेते हैं.
किसानों की बढ़ी मुश्किल
सौंदड के सहकारी भट गिरनी स्थित धान खरीद केंद्र ने क्षेत्र के किसानों से धान की खरीद की थी. लेकिन अचानक इस संस्था की मंजूरी रद्द कर दी गई और सरकार ने इससे धान खरीदने से इनकार कर दिया. इसलिए सरकारी पोर्टल पर कोई ऑनलाइन पंजीकरण नहीं किया था. इसलिए किसानों के पास केंद्रीय प्रशासन के लिए ऑफ़लाइन खरीदे गए धान को वापस करने का समय आ गया था. इसके विकल्प के तौर किसानों को बताया गया कि हेटी में केंद्र से धान खरीदा जाएगा, वहीं किसान कह रहे हैं कि जब खरीद के लिए तीन दिन ही बचे हैं तो बिलों का भुगतान कैसे होगा. इसलिए किसानों की मांग है सौंदड स्थित केंद्र संस्था से ही खरीदी की जाए.
किसानों की समस्या क्या है?
गोंदिया महाराष्ट्र का सबसे बड़ा धान उत्पादक जिला है. यहां पर धान खरीदी की अंतिम तिथि 31 अगस्त है. इससे पहले किसानों को धान बेचना था. वहीं किसान चिंता में हैं कि एक केंद्र पर पंजीकरण और दूसरे केंद्र पर खरीद के बाद बिल को लेकर परेशानी होगी. इसलिए धान खरीदी को लेकर असमंजस की स्थिति पैदा न हो. इसलिए किसान एक ही जगह पहले की तरह धान खरीदी की मांग कर रहे हैं.
किसानों ने किया हंगामा
उपार्जन केंद्र पर खुले बाजार के मुकाबले भाव अधिक होने के कारण यहां धान बेचने के लिए किसान संघर्ष कर रहे हैं. लेकिन खरीद केंद्र प्रबंधकों की मनमानी की वजह से धान की खरीद नहीं हो रही है. बल्कि किसानों को उलझाया जा रहा है. अब अंतिम तारीख आ गई है ऐसे में किसान कहां पर धान बेचेंगे. सौंदड़ धान खरीद केंद्र ने किसानों धान वापस कर दिया. जिसके बाद किसानो ने हंगामा कर दिया. लेकिन, अब तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ.