
इंडिया रिपोर्टर लाइव
गुवाहाटी 27 नवंबर 2022। असम-मेघालय हिंसा के छह दिन होने के बावजूद प्रशासन ने धारा 144 लागू कर रखी है। सीमा पर तनाव की आशंका के बीच भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। वहीं पहले से चल रहे यात्रा प्रतिबंध अब भी जारी है। मंगलवार को हुई इस घटना के बाद असम पुलिस ने लोगों से पड़ोसी राज्य की यात्रा करने से बचने को कहा है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मेघालय में अभी भी स्थिति पूरी तरह से शांतिपूर्ण नहीं है। असम से लोगों या वाहनों पर हमले हो सकते हैं। इसलिए, हम लोगों से उस राज्य की यात्रा नहीं करने के लिए कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसी को यात्रा करनी ही है तो हमने उन्हें मेघालय में पंजीकृत वाहनों से जाने को कहा है।
गुवाहाटी और कछार जिले के जोरबाट में बैरिकेड्स लगाए गए
गुवाहाटी और कछार जिले के जोरबाट में पुलिस बैरिकेड्स लगाए गए हैं जो असम से मेघालय में प्रवेश के दो मुख्य बिंदु हैं। अधिकारी ने कहा कि ट्रकों, सामान और अन्य सामान ले जाने वाले वाणिज्यिक वाहनों पर हालांकि कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है।
मेघालय सरकार ने SIT गठित की
अमर उजाला से खास बातचीत में मेघालय के डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) डॉ. एल.आर.बिश्नोई ने कहा कि घटना की जांच के लिए मेघालय ने एसआईटी का गठन किया है। उन्होंने कहा, सात सदस्यीय एसआईटी का नेतृत्व आईडी स्तर का अधिकारी करेगा। हम हालात पर नजर बनाए हुए हैं। गुरुवार को कुछ छिटपुट घटनाएं हुईं थी, जिस पर काबू पा लिया गया था। उन्होंने खुद घटनास्थल का दौरा किया। अब वहां पर हालात सामान्य है लेकिन सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है। लोगों को समझाया जा रहा है और लोग अब धीरे-धीरे समझ भी रहे हैं।
असम ने लोगों के मेघालय जाने पर ‘पाबंदी’ जारी रखी
असम ने शनिवार को लगातार पांचवें दिन लोगों और निजी वाहनों के मेघालय जाने पर पाबंदी जारी रखी। असम पुलिस ने राज्य के लोगों को कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए मेघालय की यात्रा नहीं करने की सलाह दी है।
फायरिंग में हो गई थी छह लोगों की मौत
असम-मेघालय सीमा पर बीते मंगलवार की सुबह हुई हिंसा में एक वन रक्षक सहित छह लोगों की मौत हो गई थी। असम के वन कर्मियों द्वारा अवैध रूप से काटी गई लकड़ियों से लदे एक ट्रक को रोका गया था।