इंडिया रिपोर्टर लाइव
इंदौर। कोरोना वायरस के संक्रमण में आने की वजह से इंदौर में पहले डॉक्टर की मौत हो गई है। डॉक्टर का नाम शत्रुघ्न पंजवानी है जिनका कोविड-19 की चपेट में आने की वजह से निधन हो गया है। जानकारी के अनुसार उन्होंने गुरुवार सुबह चार बजे अंतिम सांस ली।बताया जा रहा है कि वह कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज नहीं कर रहे थे। जिसके कारण आशंका जताई जा रही है कि वह किसी कोविड-19 के संपर्क में आए होंगे। कुछ दिनों पहले ही वह कोरोना से संक्रमित पाए गए थे। वह प्राइवेट प्रैक्टिशनर थे। इंदौर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 213 पर पहुंच गई है। इसके अलावा कई डॉक्टर कोरोना से संक्रमित हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर प्रवीण जड़िया ने बताया कि 62 साल के जनरल फिजिशियन ने एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान आखिरी सांस ली। वह जांच में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे।उन्होंने कहा, ‘हमें संदेह है कि कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद दम तोड़ने वाले डॉक्टर कोविड-19 के किसी मरीज के इलाज के दौरान उसके संपर्क में आए होंगे। हम पता लगा रहे हैं कि वह इस संक्रमण की चपेट में कैसे आए थे।’ प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आने से किसी डॉक्टर की मौत का संभवतः पहला मामला है।
शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के बुधवार शाम जारी बुलेटिन में शहर में कोविड-19 के जिन 40 नए मरीजों की जानकारी दी गई थी, उनमें 62 वर्षीय डॉक्टर भी शामिल थे। बुलेटिन के मुताबिक 62 वर्षीय मरीज में कोरोना वायरस के लक्षण थे। हालांकि, अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि वे कोविड-19 के किस मरीज के संपर्क में आए थे। इस बीच, सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है जो कुछ दिन पहले बनाया गया था। कोरोना वायरस संक्रमण के बाद गुरुवार सुबह दम तोड़ने वाले 62 वर्षीय डॉक्टर इस वीडियो में दावा कर रहे थे कि वह पूरी तरह स्वस्थ हैं और उनके घर में अपने परिवार के साथ बैठे हैं।