इंडिया रिपोर्टर लाइव
इंदौर । मध्यप्रदेश का इंदौर राज्य के बाकी शहरों के मुकाबले सबसे अधिक कोरोना वायरस की चपेट में है। मध्यप्रदेश के कुल 29 कोविड-19 के संक्रमितों में से लगभग आधे इसी शहर के हैं। इंदौर के बाद जबलपुर संक्रमितों के मामले में दूसरे नंबर है। यहां अभी तक कुल छह कोविड-19 के पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। इसके बाद राज्य की राजधानी भोपाल है, जहां तीन कोविड-19 के संक्रमित पाए गए हैं।राज्य के अधिकरियों के मुताबकि इंदौर और उज्जैन में इस संक्रमण से दो लोगों की मौत हुई है। 27 लोगों का इलाज जारी है। लगातार कोविड-19 संक्रमितों की बढ़ती संख्या के कारण इंदौर मध्यप्रदेश का हॉटस्पॉट बन गया है। केवल तीन दिनों में इंदौर में कोविड -19 के पॉजिटिव मामलों की संख्या 15 हो गई है, जबकि राज्य के किसी भी अन्य जिले में जबलपुर और भोपाल को छोड़कर अब तक दो से अधिक मामले दर्ज नहीं हुए हैं।
हालांकि, इंदौर के संक्रमितों में उज्जैन के दो मरीज शामिल हैं, स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार उन्हें शहर के अस्पताल में भर्ती किया गया था। 2011 की जनगणना के अनुसार इंदौर की आबादी लगभग 20 लाख के आसपास है। यह मध्य प्रदेश का सबसे अधिक आबादी वाला शहर है।
इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) के पूर्व कुलपति डॉ. भरत छापरवाल ने कहा कि इंदौर मध्य प्रदेश की वित्तीय राजधानी है। इसकी वजह से लोग बड़ी संख्या में बाहर से यहां नौकरी के लिए आते हैं। शहर घनी आबादी वाला है।इसलिए कोरोना वायरस प्रभावित लोगों की संख्या में और वृद्धि होना तय है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन और आइसोलेशन में रहने वाले लोगों के की वजह से निश्चित रूप से संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद मिलेगी। लेकिन वर्तमान में स्थिति चिंताजनक है।