
इंडिया रिपोर्टर लाइव
श्रीनगर 14 अगस्त 2023। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद घाटी में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। लोग अब पत्थरबाजी, बंदूक छोड़कर अमन चैन और भाईचारे के रास्ते पर आगे बढ़ चले हैं। जम्मू-कश्मीर के लोग विकास चाहते हैं। अब यहां आतंकियों की बंदूकें उतनी नहीं गरजतीं, जितना अमन और चैन के लिए लोगों की उम्मीद उन्हें फिर से खुली हवा में सांस लेने के लिए उत्साहित कर रही है। एक्टिव आतंकी जाविद मट्टू के भाई ने स्वतंत्रता दिवस से पहले उत्तरी कश्मीर के सोपोर में तिरंगा फहराया है। सूत्रों का कहना है कि जाविद आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन का कट्टर सक्रिय आतंकवादी है और वर्तमान में वह पाकिस्तान में है। जाविद के भाई रईस मट्टू ने आज उनके घर पर झंडा फहराया। रईस ने कहा कि मेरे भाई ने गलत रास्ता चुना, इसका मतलब यह नहीं है कि मैं अपने देश से नफरत करूंगा। हम हिंदुस्तानी हैं और हमें इस बात पर गर्व है।
हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादी मुदस्सिर हुसैन के परिवार ने रविवार को जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में अपने घर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस तरह यह परिवार स्वतंत्रता दिवस से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा तिरंगा फहराने के लिए शुरू किए गए ‘हर घर तिरंगा’ अभियान में शामिल हो गया। हुसैन के पिता तारिक ने पहाड़ी जिले के सुदूर दच्छन इलाके में कहा, ‘‘मेरे बेटे ने गलत राह अपनायी। हम सरकार से उसे ढूंढ़ने का अनुरोध करते हैं।
तारिक ने कहा, ‘‘हमने अपने घर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया और चाहते हैं कि हर घर में तिरंगा फहराया जाए।” हुसैन की मां ने कहा कि वह चाहती हैं कि उनक बेटा वापस आए और सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दे। उन्होंने कहा, ‘‘हमने उसका पता जानने की पूरी कोशिश की, पर असफल रहे। सेना को हमारे लिए उसे ढूंढ़ना चाहिए, क्योंकि हम चाहते हैं कि वह वापस आ जाए।” पुलिस के अनुसार, केंद्र शासित प्रदेश में सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों में से एक हुसैन के सिर पर 20 लाख रुपये का इनाम है।
जम्मू-कश्मीर में बढ़ाई गई सुरक्षा
जम्मू कश्मीर के शीर्ष पुलिस अधिकारी ने रविवार को कहा कि केंद्रशासित प्रदेश में स्वतंत्रता दिवस समारोह का सफल आयोजन सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है। पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि जम्मू कश्मीर में लोगों को बड़ी संख्या में स्वतंत्रता दिवस समारोहों/कार्यक्रमों में हिस्सा लेना चाहिए।
सिंह ने यहां ‘तिरंगा रैली’ में कहा, ‘‘लोगों में काफी उत्साह है और लोग स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रमों में हिस्सा लेना चाहते हैं। हमने स्वतंत्रता दिवस समारोहों के लिए पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किये हैं।” उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में सक्रिय आतंकवादियों की संख्या बहुत अधिक नहीं है, लेकिन सुरक्षाबल अपनी चौकसी कतई घटा नहीं सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमें संख्या पर नहीं जाना है जो कहीं से भी अधिक नहीं है। लेकिन सीमापार से तथा सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं को गुमराह करने की कोशिश की जा सकती है। लेकिन, युवा समझ गये हैं कि यह (आतंकवाद) विनाश का मार्ग है।
पाकिस्तान से की गई घुसपैठ की कोशिश
सीमा पर स्थिति के बारे में डीजीपी ने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से घुसपैठ के प्रयास किये गये हैं, लेकिन नियंत्रण रेखा पर ही ज्यादातर प्रयास विफल कर दिये गये। उन्होंने कहा, ‘‘घुसपैठ की कोशिशें की जा रही हैं, लेकिन ज्यादातर कोशिशों को नाकाम कर दिया गया है। इस साल ज्यादातर मुठभेड़ें नियंत्रण रेखा पर हुई हैं।” जम्मू से प्राप्त समाचार के अनुसार, स्वतंत्रता दिवस से पहले जम्मू क्षेत्र में शांति भंग करने की किसी भी कोशिश को विफल करने के लिए क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गई है तथा खासकर पाकिस्तान से लगी सीमा पर कड़ी चौकसी बरती जा रही है।