
इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 17 फरवरी 2023। राजधानी दिल्ली के आरके पुरम इलाके में एक 7 साल की बच्ची के साथ दरिंदगी का मामला सामने आया है. दिल्ली पुलिस ने आरोपी नर्स और उसके पति को रुड़की से गिरफ्तार कर लिया है. आज उन्हें कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लेगी. आरोपी नर्स रेनू कुमारी दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में काम करती है. उसके पति का नाम आनंद कुमार है. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस ये पता लगा रही है कि रेनू ने जब मासूम बच्ची को गोद लिया था, तो फिर उसके साथ दरिंदगी और बेरहमी से मारपीट क्यों करती थी? आरके पुरम थाना पुलिस बच्ची के साथ मारपीट मामले में रेनू के बेटे जॉनी को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
बच्ची की मेडिकल रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि उसके शरीर पर 18 से ज्यादा चोटों के निशान हैं. पुलिस के मुताबिक पुरानी चोटों के भी काफी निशान बने हुए हैं. सफदरजंग अस्पताल में तैनात आरोपी नर्स रिश्ते में बच्ची की बुआ लगती है, लेकिन उसने बच्ची को गोद लिया था।
बच्ची के शरीर पर चोट के निशान स्कूल टीचर ने देखे, उसके बाद टीचर ने पुलिस को फोन किया. बच्ची ने पुलिस को बताया कि वो अपनी बुआ के साथ आर के पुरम में रहती है, कक्षा एक में पढ़ती है. बुआ ने गोद लेने के बाद उसकी पहले ही दिन से पिटाई शुरू कर दी. उसे दिसंबर और जनवरी में सर्द रातों में बिना कपड़े के घर की छत और बालकनी में सुलाया. उसे कोयले से जलाया और चाकू से उसकी जीभ काटी. साथ ही उसे गर्म पतीले में भी बिठाया. वहीं हर रोज उसकी पिटाई की जाती थी। पुलिस ने केस दर्ज कर बच्ची की मेडिकल जांच कराई. फिर पहले बुआ का बेटा अरेस्ट हुआ और अब बुआ और फूफा को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
हाथ बांधकर बच्ची को घंटों पंखे से लटकाया
सफदरजंग अस्पताल की आरोपी नर्स व बेटे ने सारी हदें पार करते हुए बच्ची को गर्म चिमटे से दागकर कोयलों से जलाया और गर्म पतीले पर बैठाकर यातनाएं दीं। इतना ही नहीं निजी अंगों को भी चोट पहुंचाई। नर्स के बेटे ने बच्ची को कई घंटे पंखे से भी लटकाकर रखा। बिना कपड़ों के बच्ची को बालकनी में कड़ाके की सर्दी में बैठा दिया गया। बच्ची से जब दर्द सहन नहीं हुआ था तो उसने स्कूल में शिक्षिका को सारी बात बताई। इसके बाद आरके पुरम थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी नर्स के बेटे जॉनी को गिरफ्तार कर लिया, जबकि आरोपी नर्स फरार है।
दर्द की इंतहा हुई तो बच्ची ने टीचर को बताई सारी बात
दक्षिण-पश्चिमी जिला डीसीपी मनोज सी ने बताया कि बच्ची से दरिदंगी की शिकायत आरकेपुरम थाना पुलिस को नौ फरवरी को मिली थी। बच्ची के शरीर पर जलने व चोट के निशान थे। जांच में पता लगा कि आरोपी ने बच्ची को कुछ साल पहले गोद लिया था। बच्ची आरकेपुरम में एक स्कूल में पहली कक्षा में पढ़ती है। जब बच्ची खड़े होने में दर्द से कराहने लगी तो शिक्षिका को सारी बात बताई। शिक्षिका ने इसकी जानकारी चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) और पुलिस को दी।
छाती पर घूसे मारती थी मां, निजी अंगों पर भी पहुंचाए चोट
बच्ची ने शिकायत में कहा है कि मां ने उसकी जीभ को चाकू से काटा और हथेली को कोयले से जलाया है। मां डंडे और तार से मारती थी। चार्जर की तार से कई बार गला दबाने की कोशिश की गई। उसकी छाती पर घूसे भी मारती थी। जनवरी में निजी अंगों पर चाकू से चोट पहुंचाकर गर्म चूल्हे पर बैठा दिया गया। गर्मी के दिनों पर बिना कपड़ों के छत पर सुलाया और सर्दियों में बिना कपड़ों के बालकनी में लिटा दिया। वहीं, आरोपी महिला के बेटे जॉनी ने पंखे से कई घंटे लटकाए रखा। अश्लील हरकत भी की। कई बार बेल्ट से मारा गया। जब कामवाली नहीं आती थी तब बच्ची से सारा काम भी करवाया जाता था।