इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 27 फरवरी 2023। कहते हैं कम से कम आठ घंटे की नींद होनी जरूरी है. ये एक साधारण नियम है जिसे ज्यादातर लोग फॉलो भी करते हैं. इसके बावजूद इन दिनों जो हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट की घटनाएं बढ़ रही हैं वो चिंता का कारण बन चुकी हैं. अचानक हंसता खेलता आदमी गिरता है और मौत हो जाती है. हाल ही में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जब जिम में या सड़क पर चलते व्यक्ति की अचानक गिरने से मौत हो जाती है. इसका एक कारण नींद भी हो सकती है! जी हां लाइफस्टाइल कोच ल्यूक कॉटिन्हों ने इस संबंध में इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट डाला है, जिसके मुताबिक नींद में गड़बड़ी भी दिल की कमजोरी का कारण हो सकती है।
अच्छी नींद हार्ट के लिए भी जरूरी
आमतौर पर ये मान लिया जाता है कि नींद कम से कम आठ घंटे की होनी जरूरी है. किसी भी इंसान को कम से कम आठ घंटे की नींद लेनी चाहिए. लाइफस्टाइल कोच ल्यूक के मुताबिक सिर्फ आठ घंटे की नींद ही काफी नहीं है. पर्याप्त नींद लेने के साथ साथ नींद का समय भी तय होना चाहिए. जनरल ऑफ अमेरिकन हार्ट एसोशियएशन की रिपोर्ट के आधार पर ल्यूक कटिन्हों का कहना है कि रोजाना नींद का समय एक ही होना चाहिए. नींद के तय समय में 90 मिनट से ज्यादा की देरी दिल पर असर डाल सकती है. इसलिए स्लीप रूटीन सही होना जरूरी है.
क्यों जरूरी है स्लीप रूटीन?
ल्यूक कॉटिन्हों की पोस्ट के अनुसार पूरे शरीर के लिए हर चीज की साइकिल जरूरी है, जिसमें स्लीप साइकिल भी शामिल है. नींद के समय में 90 मिनट से ज्यादा की देरी होने पर शरीर को नुकसान हो सकता है. नींद अच्छी होने पर पूरा शरीर रिलेक्स होता है और ठीक से हील होता है. इसलिए नींद की फिक्र करते समय सिर्फ आठ घंटे की नींद के बारे में न सोचें बल्कि ये सोचें कि आप समय पर सो रहे हैं या नहीं.