इंडिया रिपोर्टर लाइव
तेल अवीव 07 जनवरी 2024। इस्राइल और हमास के बीच लंबे समय से युद्ध जारी है। युद्ध में दोनों पक्षों के करीब 23 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। आतंकी संगठन हमास ने इस्राइल के कई नागरिकों को बंधक बना रखा है। जिनकी रिहाई के लिए लोगों ने इस्राइल में विरोध प्रदर्शन किया। बंधकों के परिजनों ने नेतन्याहू सरकार को हटाने की मांग की है। इसी के साथ उनकी मांग है कि गाजा में युद्ध को समाप्त कराया जाए। बता दें, हमास के चंगुल में अब भी 100 से अधिक इस्राइली लोग फंसे हुए हैं।
जनता की सरकार से नाराजगी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस्राइल के प्रमुख शहर तेल अवीव के होस्टेज स्क्वायर में इस्राइली बंधकों के हजारों समर्थकों ने शनिवार को प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने बुशहा, बुशहा, बुशहा के नारे लगाए, जिसका अर्थ स्थानीय भाषा में शर्म, शर्म, शर्म है। विदेशी मीडिया इसे सरकार के खिलाफ जनता का गुस्सा बता रही है। लोगों ने इस युद्ध के लिए नेतन्याहू सहित अन्य अधिकारियों को दोषी ठहराया है।
अब तक दोनों पक्ष के 22,811 लोगों की मौत
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों में इस्राइली सेना के हमले में 22 फलस्तीनी लोगों की मौत हुई। सात अक्तूबर से अब तक इस्राइली हमलों में कम से कम 22,722 फलस्तीनी लोगों की मौत हो चुकी है और 58,166 लोग घायल हैं। वहीं, अब तक आंतकियों के हमलों में 1,139 इस्राइली लोगों की मौत हुई है।
हमले के यह तीन कारण
हमास ने कहा कि ये यरूशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इस्राइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। हमास ने कहा कि इस्राइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंक इसे अपवित्र किया था। इस्राइली सेना लगातार हमास के ठिकानों पर हमले कर रही है और अतिक्रमण कर रही है। इस्राइली सेना हमारी महिलाओं पर हमले कर रही है। हमास के प्रवक्ता गाजी हमाद ने अरब देशों से अपील है कि इस्राइल के साथ अपने सभी रिश्तों को तोड़ दें। हमाद ने कहा कि इस्राइल एक अच्छा पड़ोसी और शांत देश कभी नहीं हो सकता है।