कोरोना काल में नहीं मिल रहा कीटनाशक

कोरोना का आतंक सिर्फ एशियाई देशों में ही नहीं पूर्वी अफ्रीकी देशों में भी है जहां टिड्डों ने ऐसा आतंक मचा रखा है कि खाद्य संकट पैदा होने की आशंका जताई जा रही है। जून के अंत तक यहां टिड्डों की संख्या में 400 गुना वृद्धि हो जाएगी और इससे जाहिर होता है कि टिड्डों कितनी बड़ी समस्या बन चुके हैं। माना जाता है कि टिड्डों का एक झुंड एक दिन में 10 हजार लोगों के बराबर अनाज खा सकता है। कोरोना वायरस को रोकने के लिए कई देशों ने ट्रैवल बना लगा रखा है जिस वजह से इनसे निपटने के लिए अफ्रीकी देशों में कीटनाशक की कमी हो गई है।
केन्या, यूगांडा, सोमालिया, इथोपिया, सूडान सब त्रस्त

2018 में ये टिड्डे सबसे पहले अरब प्रायद्वीप में पैदा हुए थे जिन्होंने अपना रंग पिछले जून से दिखाना शुरू किया और केन्या, यूंगाडा, सोमालिया, इथोपिया, सूडान सहित कई पूर्वी अफ्रीकी देशों में फसलों को तबाह कर दिया है जो देश पहले ही खाद्यान्न संकट का सामना कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि 2020 की शुरुआत से अब तक वे 30 फीसदी अनाज चट कर चुके हैं।
टिड्डों का एक झुंड 10,000 लोगों के बराबर खा जाता है अनाज

टिड्डे अंडा देना शुरू करेंगे और इसके बाद स्थिति और बिगड़ने की संभावना है क्योंकि पहले से मौजूदा टिड्डे ही भारी तबाही मचा चुके हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले महीनों में टिड्डे ज्वार, बीन्स, मक्का की सौ फीसदी फसल खा जाएंगे।
कोरोना महामारी ने बढ़ाई चुनौती, नहीं मिल रहे कीटनाशक
एक अनुमान के मुताबिक, एक झुंड में 15 करोड़ टिड्डे रहते हैं जो कि एक वर्ग किलोमीटर के दायरे में घूमते हैं। कोरोना वायरस ने भी संकट बढ़ा दिया है क्योंकि ट्रैवल बैन के कारण कीटनाशक नहीं मंगाए जा सके हैं। जिस वजह से टिड्डों की चुनौतियों से निपटना काफी मुश्किल हो गया है।