विदेश में पढ़ाई के सपनों को झटका; ऑस्ट्रेलिया में वीजा के लिए करना होगा दोगुना खर्च

शेयर करे

इंडिया रिपोर्टर लाइव

सिडनी 01 जुलाई 2024। ऑस्ट्रेलिया जाकर पढ़ाई करना चाह रहे हैं, तो जरा ठहरिए। क्योंकि अब ये उतना आसान नहीं रहा जितना हुआ करता था। यहां छात्र वीजा के नियमों में बड़ा बदलाव किया है। छात्रों को पढ़ाई के लिए अब खर्च ज्यादा करना होगा। दरअसल, यहां अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए वीजा शुल्क को दोगुने से भी अधिक कर दिया गया है। ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने यह कदम रिकॉर्ड प्रवासन पर लगाम लगाने के लिए उठाया है। 

यह किया बदलाव
अंतरराष्ट्रीय छात्र वीजा शुल्क एक जुलाई से बढ़ गया है। अब यह शुल्क 710 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर यानी 39,493.11 रुपये से बढ़कर 1600 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर यानी 88,998.56 रुपये हो गया है। वहीं विजिटर वीजा वाले और अस्थायी स्नातक वीजा वाले छात्र अब छात्र वीजा के लिए आवेदन नहीं कर सकेंगे। आवेदन करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। 

आज से होगा लागू
गृह मंत्री क्लेयर ओ नील ने कहा, ‘आज से लागू होने वाले बदलावों से हमारी अंतरराष्ट्रीय शिक्षा प्रणाली की अखंडता को बहाल करने में मदद मिलेगी। साथ ही एक प्रवासन प्रणाली तैयार होगी जो निष्पक्ष, छोटी और ऑस्ट्रेलिया के लिए बेहतर है। मार्च में जारी आधिकारिक आंकड़ों से पता चला है कि 30 सितंबर, 2023 तक आव्रजन 60 फीसदी बढ़कर रिकॉर्ड 548,800 हो गया है। वीजा शुल्क में वृद्धि किए जाने की वजह से अब ऑस्ट्रेलिया में छात्र वीजा के लिए आवेदन करना अमेरिका और कनाडा की तुलना में कहीं अधिक मंहगा हो गया है। 

अमेरिका से भी महंगा
शुल्क में वृद्धि के कारण ऑस्ट्रेलिया के लिए छात्र वीज़ा के लिए आवेदन करना, अमेरिका और कनाडा जैसे प्रतिस्पर्धी देशों की तुलना में कहीं अधिक महंगा हो गया है। अमेरिका में जहां इसके लिए 185 अमेरिकी डॉलर यानी 15,440.14 रुपये देने होते हैं। वहीं कनाडा में 150 कनाडाई डॉलर यानी 9,156.36 रुपये का शुल्क देना पड़ता है।

सरकार ने कहा कि वह वीजा नियमों में खामियों को भी दूर कर रही है, जो विदेशी छात्रों को ऑस्ट्रेलिया में अपने प्रवास को लगातार बढ़ाने की अनुमति देते हैं, क्योंकि 2022-23 में दूसरे या बाद के छात्र वीजा पर छात्रों की संख्या 30 फीसदी से अधिक बढ़कर 150,000 से अधिक हो गई है। नया कदम पिछले वर्ष के अंत से छात्र वीजा नियमों को कड़ा करने के लिए की गई कार्रवाइयों के बाद उठाया गया है, क्योंकि 2022 में कोविड-19 प्रतिबंधों के हटने से वार्षिक प्रवासन रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है।

देश की मजबूत स्थिति खतरे में पड़ जाएगी
ऑस्ट्रेलिया यूनिवर्सिटीज के सीईओ ल्यूक शीही ने कहा कि सरकार द्वारा इस क्षेत्र पर लगातार नीतिगत दबाव डालने से देश की मजबूत स्थिति खतरे में पड़ जाएगी। यह हमारी अर्थव्यवस्था या हमारे विश्वविद्यालयों के लिए अच्छा नहीं है, क्योंकि दोनों ही अंतरराष्ट्रीय छात्र शुल्क पर बहुत अधिक निर्भर हैं।

Leave a Reply

Next Post

संन्यास के बाद दिनेश कार्तिक को मिली बड़ी जिम्मेदारी, बनाए गए इस टीम के मेंटर और बल्लेबाजी कोच

शेयर करे इंडिया रिपोर्टर लाइव नई दिल्ली 01 जुलाई 2024। आईपीएल से संन्यास के बाद दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक को बड़ी जिम्मेदारी मिली है। उन्हें रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का मेंटर और बल्लेबाजी कोच बनाया गया है। इसकी जानकारी टीम की तरफ से सोशल मीडिया के जरिए दी गई। दिनेश […]

You May Like

पीएम मोदी बोले- मणिपुर को भड़काने वाले अपनी हरकतें छोड़ें; पेपरलीक पर विपक्ष को घेरा, युवाओं को किया आश्वस्त....|....जीका वायरस को लेकर अलर्ट, केंद्र सरकार ने सभी राज्यों के लिए जारी की एडवाइजरी....|....एक्टर विजय ने नीट परीक्षा लीक मामले पर की टिप्पणी, बोले- इस परीक्षा से अब लोगों का यकीन उठ गया है....|....महिलाओं की सुरक्षा के लिए सभी जिलों में खुलेंगे महिला पिंक थाने....|....मणिपुर में गृहयुद्ध जैसे हालात पर लोकसभा में पीएम मोदी ने एक भी शब्द नहीं कहा, कांग्रेस का भाजपा पर आरोप....|....उत्तराखंड में भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त, चीन सीमा से कटा संपर्क, मंडल में 55 सड़कें बंद....|....कोहली को प्लेयर ऑफ द मैच पुरस्कार मिलने पर मांजरेकर ने जताई आपत्ति, इस कारण की आलोचना....|....सलमान के साथ 'बब्बर शेर' पर कबीर खान ने तोड़ी चुप्पी, कैटरीना कैफ को लेकर कही ये बात....|....सिसोदिया और के कविता को फिर झटका, कोर्ट ने दोनों की न्यायिक हिरासत 25 जुलाई तक बढ़ाई....|....विश्व विजेता टीम इंडिया की फ्लाइट में फिर देरी, अब इस समय बारबाडोस से निकल सकते हैं भारतीय खिलाड़ी