
इंडिया रिपोर्टर लाइव
पटना 14 जून 2023। बिहार में नीतीश मंत्रिमंडल का विस्तार 16 जून को किया जाएगा। 16 जून की सुबह 11 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा। जनता दल यूनाइटेड कोटे से रत्नेश सदा मंत्री पद की शपथ लेंगे। इसे लेकर राज्यपाल सचिवालय, बिहार की ओर से एक पत्र भी जारी किया गया है। अबतक राजद और कांग्रेस के नाम सामने नहीं आए हैं, जिसके कारण कांग्रेस की नाराजगी किसी भी रूप में कभी भी सामने आ सकती है।

कांग्रेस दो पद मांग रही, राजद के दो खाली पड़े हैं
मंत्रिमंडल विस्तार की बात कई बार उठकर दब चुकी है, लेकिन इस बार जब जनता दल यूनाईटेड के खाते से हिन्दुस्तानी आवामी मोर्चा (हम) के इकलौते मंत्री संतोष कुमार सुमन उर्फ संतोष मांझी ने इस्तीफा दिया तो जदयू ने आपदा प्रबंधन के तहत न केवल मंत्रीपद के लिए नाम फाइनल किया, बल्कि मुख्यमंत्री की ओर से मनोनयन के बाद राज्यपाल की ओर से शपथ ग्रहण की चिट्ठी भी जारी कर दी गई। इस चिट्टी के जारी होते ही एक बार फिर कांग्रेस के अंदर कुलबुलाहट है, क्योंकि वह लंबे समय से दो मंत्रीपद की मांग कर रही है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह और बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के बीच इस बात पर आमने-सामने की नोकझोंक तो नहीं हुई, लेकिन पीछे कुछ होने के लिए बचा भी नहीं है। कांग्रेस विधानसभा में अपनी सीटों के हिसाब से मंत्री की कुर्सी मांग रही है। उधर, 16 जून को शपथ के लिए जदयू कोटे से नाम घोषित होते ही राजद में भी अंदर-अंदर स्वर तेज हो रहा है। राजद कोटे से कृषि मंत्री सुधाकर सिंह और विधि मंत्री कार्तिक कुमार का इस्तीफा हो चुका है। मतलब, उसकी तो घोषित दो कुर्सियां खाली हैं।
रत्नेश सदा को कल ही आया था सीएम आवास से बुलावा
मंगलवार को जैसे ही हम के इकलौते मंत्री संतोष सुमन उर्फ संतोष मांझी ने इस्तीफा दिया, आपदा प्रबंधन के तहत सहरसा के सोनवर्षाराज से जदयू विधायक रत्नेश सदा का नाम उछल गया। तलब किए जाने की पुष्टि तो हो रही थी, लेकिन आधिकारिक रूप से यह नहीं बताया जा रहा था कि उन्हें मंत्री बनाने के लिए बुलाया गया है। वर्ष 2010 से रत्नेश सदा विधायक हैं और उनके मंत्री बनने की जानकारी फैलते ही बुधवार को इलाके में खुशी छा गई।