
इंडिया रिपोर्टर लाइव
भारत के जी-20 शेरपा अमिताभ कांत का कहना है कि जी-20 अध्यक्षता ने भारत के बारे में एक अद्वितीय धारणा बनाने में मदद की है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जी-20 अध्यक्षता संबंधी आधिकारिक हैंडल पर एक लघु वीडियो संदेश जारी करके कहा कि भारत असल वास्तव में ग्लोबल साउथ की आवाज बनकर उभरा है। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है कि एक के बाद चार उभरते बाजारों इंडोनेशिया, भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका को जी-20 की अध्यक्षता का मौका मिल रहा है। यह एक तरह से विकासशील देशों के सभी महत्वपूर्ण मुद्दों को केंद्र में लाने का बड़ा अवसर देता है। भारत ने ऐसा किया भी है, और उन्हें ठोस ढंग से अमल की दिशा में आगे भी बढ़ाया है।उन्होंने उन मुद्दों को रेखांकित किया, जो अध्यक्षता के दौरान भारत की प्राथमिकता रहे हैं। मसलन, डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा, सतत विकास को बढ़ाने वाली जीवनशैली व पारंपरिक चिकित्सा, बाजरा आदि को अहमियत देना।
लैंगिक समानता पर केंद्रित किया ध्यान
उन्होंने बताया कि कैसे अन्य देशों के विपरीत भारत ने विभिन्न राज्यों और शहरों में जी-20 सम्मेलन आयोजित कर उसे नया आयाम दिया। अन्य देश एक या दो शहरों में आयोजन करते हैं लेकिन भारत ने 60 से अधिक शहरों में बैठकें आयोजित कीं।
अमिताभ कांत के मुताबिक भारत की अध्यक्षता में सबसे बड़ी उपलब्धि महिला सशक्तीकरण और लैंगिक समानता पर ध्यान केंद्रित किया जाना रहा। उन्होंने कहा, हमने डिजिटल विभाजन पाटने, जलवायु परिवर्तन में महिलाओं की भूमिका बढ़ाने और अधिक श्रम बल भागीदारी पर जोर देकर लैंगिक समानता के दिशा में एक व्यापक दृष्टिकोण अपनाया है।