इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 07 दिसंबर 2023। डीएमके सांसद डीएनवी सेंथिल कुमार की हिंदी पट्टी में गोमूत्र को लेकर की गई टिप्पणी पर भाजपा सांसदों ने लोकसभा में जमकर हंगामा किया। पार्टी ने सेंथिल से माफी मांगने के साथ ही पूछा कि क्या कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अपने सहयोगी दल से जुड़े सांसद के बयान से सहमत हैं? चौतरफा घिरे सेंथिल ने विवादास्पद ‘उत्तर-दक्षिण विभाजन’ टिप्पणी पर खेद जताते हुए माफी मांग ली। इससे पहले टिप्पणी को लेकर प्रश्नकाल के दौरान सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। सेंथिल की टिप्पणी को कार्यवाही से मंगलवार को ही हटा दिया गया था। लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही बुधवार को भाजपा सदस्यों ने सेंथिल के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, यह नहीं चल सकता कि कोई भी सदस्य यहां कुछ भी बोलकर चले जाएं। पहले उन्हें माफी मांगनी होगी। केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस और उसके सहयोगी दल देश में क्षेत्रीय विवाद खड़ा कर अपना राजनीतिक हित साधना चाहते हैं। उन्होंने पूछा कि राहुल को बताना चाहिए कि वह द्रमुक सांसद के बयान से सहमत हैं या नहीं।
इससे पूर्व डीएमके नेता टीआर बालू ने सदन में कहा कि सेंथिल का बयान सही नहीं था। पार्टी प्रमुख व तमिलनाडु सीएम एमके स्टालिन ने भी उन्हें चेतावनी दी है। सेंथिल ने जम्मू-कश्मीर से संबंधित विधेयकों पर चर्चा के दौरान मंगलवार को टिप्पणी की थी। सेंधिल कुमार ने कहा, ‘अनजाने में मेरे द्वारा दिए गए बयान से अगर संसद के सदस्यों और लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है, तो मैं इसे वापस लेता हूं। मैं उन शब्दों को हटाने का अनुरोध करता हूं, मुझे इसका अफसोस है’।
जाति, धर्म का मुद्दा नहीं चला तो उत्तर दक्षिण विभाजन का सहारा
केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में कहा कि द्रमुक नेता पहले सनातन धर्म को और अब हिंदीभाषी राज्यों को अपमानित कर रहे हैं। इस मामले में कांग्रेस की चुप्पी बताती है कि वह भी क्षेत्रीय भावनाएं भड़का कर वोट हासिल करने की राजनीति में शामिल है। बाद में संवाददाता सम्मेलन में सेंथिल मुद्दे पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी की चुप्पी पर सवाल उठाया। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह चुनावों में अपनी हार के कारणों का विश्लेषण करने के बजाय भारतीय संस्कृति और पहचान को अपमानित करने की साजिश रच रही है।
चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस ने जातिवाद और धर्म के मुद्दे उठाए और जब इससे काम नहीं बना तो विपक्षी दल अब उत्तर-दक्षिण विभाजन का सहारा ले रहा है। ठाकुर ने आश्चर्य जताया, द्रमुक के साथ बने रहने की कांग्रेस की क्या मजबूरी है जो हिंदी, हिंदुओं और सनातन धर्म का अपमान कर रही है। ठाकुर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सांविधानिक संस्थाओं में विश्वास नहीं करती। वे हार का विश्लेषण नहीं करते। ईवीएम को दोष देते हैं।
यह गोमाता देश…गर्व की बात
असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने कहा, सेंथिल से अनुरोध है कि भविष्य में यह कहें कि यह गोमाता देश है, न कि गोमूत्र देश। हम तो गोमाता देश हैं और यह गर्व की बात है। गोमूत्र प्रदेश बोलना अपमानजनक है। हम चुनावों में जीते हैं। हमे अगले तीन महीने देश के लिए काम करना है। हमें ग्रेसफुल होना चाहिए। पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 350 से 400 सीटें जीतना है।