इंडिया रिपोर्टर लाइव
इस्लामाबाद 03 जनवरी 2025। भारत के साथ रिश्तों को बेहतर करने को लेकर पाकिस्तान ने फिर पुराना रोना रोया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने कहा कि संबंधों को बेहतर करने के लिए दो लोगों की जरूरत होती है। यह एकतरफा नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि भारत के साथ संबंधों को बेहतर करने में मदद करने के लिए माहौल बनाया जाए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को परमाणु शक्ति से आर्थिक शक्ति बनाने के लिए सरकार प्रयास कर रही है। आर्थिक स्थिरता और द्विपक्षीय संबंधों को बेहत करने की कोशिश जारी है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की दो साल के लिए अस्थायी सदस्यता मिलना इन्हीं प्रयासों का हिस्सा है।
ऐसे हैं भारत पाकिस्तान के रिश्ते
2019 में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में भारतीय सेना के काफिले पर हमले के बाद भारत के युद्धक विमानों ने पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर पर हमला किया था। जिसके बाद संबंधों में और तनाव आया। इसके बाद, भारत ने पांच अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त किया। जिससे संबंध और बिगड़ गए। भारत का स्पष्ट कहना है कि वह पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी संबंध चाहते हैं। लेकिन इसके लिए इस्लामाबाद को आतंकवाद और दुश्मनी से मुक्त माहौल बनाने की आवश्यकता है।
विदेश मंत्री ने लिया एससीओ सम्मेलन में भाग
15 और 16 अक्तूबर को विदेश मंत्री एस जयशंकर एससीओ सम्मेलन में भाग लेने के लिए पाकिस्तान गए थे। यह भारत के किसी विदेश मंत्री की तरफ से नौ साल बाद पाकिस्तान का दौरा था। जयशंकर से पहले पाकिस्तान जाने वाली आखिरी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज रही थीं। वे दिसंबर 2015 में अफगानिस्तान पर एक कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेने के लिए इस्लामाबाद पहुंचीं थीं। पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने जयशंकर की इस्लामाबाद यात्रा को दोनों देशों के बीच जमी बर्फ को पिघलाने वाला दौरा करार दिया था। तरार ने कहा, न ही हमने और न ही उन्होंने (भारत) द्विपक्षीय बैठक का अनुरोध किया। लेकिन मैं मानता हूं कि जयशंकर का दौरा बर्फ पिघलाने वाला है। पाकिस्तान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने भी जयशंकर के दौरे को सकारात्मक बताया।