इंडिया रिपोर्टर लाइव
तिरुवनंतपुरम 06 अप्रैल 2024। केरल की सत्ताधारी पार्टी सीपीआईएम (माकपा) ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है। पार्टी के घोषणापत्र को लेकर केरल सीएम ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। इस दौरान उन्होंने आर्टिकल 370 और सीएए जैसे मुद्दे उठाए और इन पर कांग्रेस की चुप्पी पर गंभीर सवाल उठाए।
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस की चुप्पी पर उठाए सवाल
सीएम विजयन ने दावा किया कि आगामी लोकसभा चुनाव में केरल की 20 लोकसभा सीटों में से भाजपा को एक पर भी जीत नहीं मिलेगी। सीपीएम के घोषणापत्र में सीएए हटाने की वादा किया गया है, जबकि कांग्रेस के घोषणापत्र में इस मुद्दे पर पूरी तरह से चुप्पी है। विजयन ने कहा कि जो अनुच्छेद 370 जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देता था, उसे भाजपा सरकार ने बिना किसी प्रक्रिया के एक दिन में हटा दिया। कांग्रेस इसका विरोध न संसद के भीतर विरोध कर पाई और न बाहर ही। हमने हमें अपने राजनीतिक सिद्धांतों और स्टैंड को बरकरार रखा है। जबकि कांग्रेस वोटों के लिए अपने मूल्यों से समझौता करती दिख रही है।
माकपा ने घोषणापत्र में किए ये वादे
सीपीएम ने गुरुवार को लोकसभा चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र जारी कर दिया। इस घोषणापत्र में पार्टी ने सभी कथित काले कानूनों जैसे यूएपीए कानून और पीएमएलए कानून को खत्म करने का एलान किया है। सीपीएम ने मतदाताओं से अपील की कि केंद्र में वैकल्पिक धर्मनिरपेक्ष पार्टी का गठन सुनिश्चित करें। पार्टी ने कहा कि संसद में सीपीएम की मजबूत मौजूदगी जरूरी है। सीपीएम ने अमीरों पर टैक्स लगाने का भी वादा किया है। सीपीएम ने मनरेगा में बजट आवंटन दोगुना करने का भी एलान किया है। साथ ही शहरों के लिए भी मनरेगा की तर्ज पर नौकरी की गारंटी वाली योजना लाई जाएगी। माकपा ने सरकारी उपक्रमों के निजीकरण को भी वापस लेने, किसानों के लिए एमएसपी की गारंटी और स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने का भी एलान किया। सीपीएम ने राजनीतिक पार्टियों को उद्योगों से चंदा लेने पर रोक लगाने का भी वादा किया।