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गंगटोक 04 जनवरी 2025। सिक्किम के राज्यपाल ओम प्रकाश माथुर ने डोकलाम का दौरा किया और वहां तैनात सेना के जवानों से बातचीत की। बता दें कि, 15,600 फीट की ऊंचाई पर स्थित डोकलाम 2017 में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुए संघर्ष के बाद सुर्खियों में आया था। यह भारत के लिए बेहद ही रणनीतिक इलाका माना जाता है। राजभवन की ओर से देर रात जारी बयान के अनुसार, शुक्रवार को यात्रा के दौरान राज्यपाल ओम प्रकाश माथुर के साथ राजस्थान के वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा भी थे। राज्यपाल की यात्रा 8वें मील जेएन रोड पर गर्मजोशी से स्वागत के साथ शुरू हुई, जहां स्थानीय लोगों के साथ-साथ क्योंगनोसला ग्राम पंचायत के सदस्यों, वन विभाग और सिक्किम पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों ने उनका स्वागत किया।
राजस्थान से ताल्लुक रखने वाले ओपी माथुर ने डोकलाम में एक ओक का पेड़ लगाया। उन्होंने पंचायत सदस्यों और स्थानीय लोगों के साथ विकास और पर्यावरण संरक्षण पर चर्चा भी की। डोकलाम पहुंचने पर राज्यपाल का स्वागत 17वीं माउंटेन डिवीजन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) मेजर जनरल एमएस राठौर ने किया। राज्यपाल ने सेना के जवानों से बातचीत करते हुए उन्होंने देश की सुरक्षा के लिए सैनिकों की अथक प्रतिबद्धता के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने भारतीय सेना के जवानों की बहादुरी, साहस और अटूट समर्पण की प्रशंसा करते हुए उनकी सराहना की। उन्होंने सैनिकों की निरंतर समर्पण भावना की सराहना की, जो देश की सुरक्षा और सम्मान की रक्षा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। राज्यपाल ने दुनिया के सबसे ऊंचे गोल्फ कोर्स कुपुप का भी दौरा किया।
राज्य की राजधानी गंगटोक लौटते समय राज्यपाल माथुर डिचू गांव में रुके, जहां उन्होंने स्थानीय लोगों से बातचीत की। बातचीत के दौरान ग्रामीणों ने माथुर के साथ अपनी चिंताएं साझा कीं, जिन्होंने उन्हें राजभवन के माध्यम से आवश्यक सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।