
इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 04 अप्रैल 2025। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शुक्रवार को राज्यसभा में मणिपुर हिंसा की जांच की मांग की। साथ ही उन्होंने मणिपुर में चल रही स्थिति की पूरी जानकारी सामने लाने के लिए केंद्र सरकार से सदन में श्वेत पत्र पेश करने को कहा। खरगे ने राज्यसभा में कहा कि मणिपुर पिछले दो सालों से हिंसा से जूझ रहा है, और केंद्र सरकार राज्य में शांति कायम करने में नाकाम रही है। उन्होंने कहा कि इस हिंसा में 260 से अधिक लोग मारे गए हैं और 60,000 से ज्यादा लोग विस्थापित हो गए हैं। साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि हिंसा के कारण मणिपुर की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है और जीएसटी संग्रह में गिरावट आई है।
मणिपुर में शांति लाने में नाकाम रहे पीएम मोदी- खरगे
राज्यसभा में अपने भाषण के दौरान खरगे ने कहा कि मणिपुर के तत्कालीन मुख्यमंत्री बीरेन सिंह को हिंसा के पहले दिन ही नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए था। साथ ही उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर नहीं गए, जबकि पूरी स्थिति बहुत खराब हो चुकी थी। खरगे ने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर में शांति लाने में नाकाम रहे हैं और चुनावी रैलियों में व्यस्त हैं।
मणिपुर दौरे पर क्यों नहीं गए पीएम मोदी- खरगे
इसके अलावा भी खरगे ने पीएम मोदी पर कई सारे गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भाजपा प्रधानमंत्री मोदी को बचाने में लगी हुई है, लेकिन मणिपुर की स्थिति पर ध्यान नहीं दे रही है। खरगे ने सवाल उठाया कि जब मणिपुर में हिंसा चरम पर थी, तो प्रधानमंत्री मोदी वहां क्यों नहीं गए? उन्होंने यह भी कहा कि मोदीजी उस समय कई विदेशी देशों में गए, लेकिन मणिपुर में कदम नहीं रखा।
‘शांति लाने के लिए भाजपा के पास कोई योजना नहीं’
अपने भाषण में खरगे ने राहुल गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि राहुल गांधी मणिपुर गए और वहां के पीड़ितों से मिले, जबकि सुप्रीम कोर्ट के जज और कई एनजीओ भी मणिपुर गए, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी वहां नहीं गए। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के पास चुनावी रैलियों के लिए समय है, लेकिन मणिपुर के लिए नहीं। साथ ही खरगे ने आरोप लगाया कि भाजपा के पास मणिपुर में शांति लाने की कोई योजना नहीं है।