
इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 07 अप्रैल 2025। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के गुजरात के अहमदाबाद में आठ अप्रैल से शुरू होने जा रहे दो दिवसीय अधिवेशन में विदेश नीति, शिक्षा और निजी क्षेत्र में आरक्षण के कार्यान्वयन पर फोकस होगा। अधिवेश की टैग लाइन, ‘न्यायपथ: संकल्प, समर्पण, संघर्ष’ रखी गई है। इस दौरान पार्टी बूथ से विचाराधारा तक की चुनौतियों पर मंथन करेगी कांग्रेस। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि कई अहम मुद्दे हैं जिन पर कांग्रेस का रुख तय किया जाएगा। विदेश नीति, शिक्षा, निजी क्षेत्र में आरक्षण का क्रियान्वयन, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षण की रक्षा, महंगाई और विचारधारा के प्रति प्रतिबद्धता पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। अधिवेशन के लिए मसौदा समिति सात अप्रैल को अहमदाबाद में अपनी सिफारिशों को अंतिम रूप देने के लिए बैठक करेगी। यह रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को सौंपी जाएगी। अधिवेशन में राजनीतिक और आर्थिक प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी। इस दौरान कांग्रेस एससी/एसटी/ओबीसी के लिए मौजूदा अरक्षण की रक्षा पर जोर देगी।
कांग्रेस में हो रहा पीढ़ीगत बदलाव पुराना गौरव बहाल करने पर जोर
अधिवेशन से पहले कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट ने रविवार को कहा कि पार्टी में पीढ़ीगत बदलाव हो रहा है। पायलट ने एक बातचीत में कहा कि गुजरात में एआईसीसी अधिवेशन ऐसे समय में हो रहा है जब राज्य में पार्टी को मजबूत करने और वहां अपना पुराना गौरव बहाल करने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि पार्टी भले ही लोकसभा चुनावों के बाद कुछ राज्यों में चुनाव हार गई हो, लेकिन उसने लड़ने का विश्वास या जोश नहीं खोया है। यह पूछे जाने पर कि क्या पार्टी में पीढ़ीगत बदलाव का समय आ गया है, पायलट ने कहा कि कोई भी बदलाव रातोंरात नहीं होता, बल्कि धीरे-धीरे होता है। गुजरात में छह दशक बाद हो रहे कांग्रेस के अधिवेशन में वर्तमान दौर में राजनीति के बदले स्वरूप तथा वैचारिक लड़ाई की गंभीर हुई चुनौतियों से मुकाबला करने की रणनीति बनेगी।