
इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 14 मई 2025। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि भारत एक लंबे समय से टीबी संक्रमण का सामना कर रहा है। इससे मुक्ति पाने के लिए उनकी सरकार ने एक लक्ष्य रखा है। मंगलवार शाम टीबी उन्मूलन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक हुई। इसमें स्वास्थ्य अधिकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टीबी संक्रमण और उसकी रोकथाम को लेकर अब तक के प्रयासों पर कई अहम जानकारियां साझा की। इस दौरान पीएम मोदी ने अधिकारियों से कहा कि तय समय भारत टीबी मुक्त होना चाहिए। इसके लिए जितने भी चाहे, प्रयास कर सकते हैं।
2018 में पीएम मोदी ने 2025 तक टीबी मुक्त भारत का दिया था लक्ष्य
दरअसल साल 2018 में दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित दिल्ली एंड-टीबी समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को टीबी से मुक्ति दिलाने के लिए 2025 तक का लक्ष्य तय किया जो वैश्विक सतत विकास लक्ष्य की तुलना में पांच साल पहले है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि इस पहल के तहत 2015 के बाद से टीबी के मामलों की अधिसूचना में 58% की वृद्धि हुई है, जिसमें 2023 में 25.5 लाख मरीजों की अधिसूचना दर्ज की गई। राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के माध्यम से मरीजों को मुफ्त निदान, दवाइयां और मरीजों को प्रतिमाह एक हजार की वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है।
देश में सभी की हो भागीदारी
बैठक में पीएम मोदी ने अधिकारियों से कहा है कि इस लड़ाई में देश के प्रत्येक व्यक्ति की भागीदारी जारी रहनी चाहिए। सरकार पिछले काफी समय से सक्रिय जन भागीदारी पर जोर दे रही है जिसका परिणाम है कि पिछले कुछ वर्षों में भारत ने महत्वपूर्ण गति प्राप्त की है।
- इस जनभागीदारी के जरिए सरकार ने जुलाई 2024 तक 1.6 लाख से अधिक निक्षय मित्र (सामुदायिक सहायक) एकत्रित किए जो मौजूदा समय में 11.4 लाख टीबी मरीजों की मदद कर रहे हैं। इसके साथ ही सरकार, गैर-सरकारी संगठनों और निक्षय पोषण योजना जैसे नवाचारों के माध्यम से पोषण सहायता प्रदान करने में बहु-क्षेत्रीय सहयोग शामिल है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार टीबी मुक्त भारत के सपने को साकार करने के लिए सभी हितधारकों के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।